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Thursday 30 July 2020

सजन चौहान की कलम से

दोस्तों आज मैंने एक बात नोटिस करी जब मेरे paytm में पैसे ख़त्म हो गए थे और सिर्फ मेरे पास सिर्फ case पड़े थे तो में कॉमिक्स लेने आपने पास के ही बुक शॉप पर गया था, उस बुक शॉप वाले ने मेरे सामने कम से कम 150 कॉमिक्स रख दी और मैं कॉमिक्स सिलेक्ट करने लगा तभी बहा पर एक व्यक्ति आता है पेन और डायरी खरीदने और उसकी नजर मेरे सामने रखी कॉमिक्स पर जाती है और बह व्यक्ति मुझसे पूछता हे--

बह व्यक्ति:-  क्या राज कॉमिक्स अभी भी आरही है ?
मैं:- यह तो कई सालों से आरही है।
बह व्यक्ति:- मैं समझा की राज कॉमिक्स कई साल पहले ही बंद हो गई।
मैं:- जी बह मनोज और तुलसी की बंद हुई थी। और अब तुलसी भी फिर से रीप्रिंट हो रही है।
बह व्यक्ति:- क्या लोग इसे अभी भी पड़ते है।
मैं:- कॉमिक्स पड़ने वालो की कमी थोड़ी है । मैंने उन्हें हेल्लो बुक माइन व राज कॉमिक्स ग्रुप के बारे मैं बताया तो बह व्यक्ति तुरंत ग्रुप में ऐड हो गया और मुझसे बोला की अब मैं भी कुछ कॉमिक्स लेकर जाऊंगा और मेरे साथ कॉमिक्स चुनने लगा और 5 कॉमिक्स खरीद कर ले गया पर मै कॉमिक्स चुनता रहा तभी बहा पर दूसरा व्यक्ति आता है और उस व्यक्ति की भी नजर कॉमिक्स पर पड़ती है और बो मुझसे बोलता है ये तो हमारे ज़माने की कॉमिक्स है लोग अभी भी बच्चो की तरह इन कॉमिक्स को पढ़ते है मैंने कहा इन्हें सिर्फ बच्चे ही नहीं सभी उम्र के लोग पड़ते है तो बह व्यक्ति मुझसे बहस करते हुए मुझसे कहता है कि ऐसा हो ही नही सकता, तब मैने फिर फेसबुक खोल लिया तब बह व्यक्ति चोंक गया और बोला की कैसे लोग है अभी भी कॉमिक्स पड़ते है मैंने उसपर ध्यान ना देते हुए कॉमिक्स चुनने लग गया तब बह जाने लगा , थोड़ी दूर जाने के बाद बह व्यक्ति बापस आकर बोलता है कि मैं अपने बच्चो के लिए ले लेता हूँ कॉमिक्स बो भी तो जानेगे हमारे ज़माने की कॉमिक्स के बारे में तब बह 2 कॉमिक्स खरीद कर ले जाता है तब मुझे लगता है कि कॉमिक्स पड़ने बालो की अभी भी कमी नहीं है बस उन्हें पता नहीं है कि कॉमिक्स अभी भी मिलती है उन्हें सिर्फ इतना ही पता की diamond comics ही मिलती है अगर ज्यादातर लोगो को पता चल जाये की राज कॉमिक्स अभी भी मिलती है तो तो भारत में भी कॉमिक्स ज्यादा मात्रा में बिकेगी जिससे भारत की कॉमिक्स इंडस्ट्री भी बहुत तरक्की करेगी बस जरूरत है लोगो को कॉमिक्स के प्रति जागरूक करने की 
और मैं भी 16 कॉमिक्स खरीदने के बाद घर बापस लोट आया ।
और रही बात की लोग कहते है कि नितिन मिश्रा जी की कहानी लंबी होती है तो उन्हें कहानी लंबी इसलिए लगती है क्योंकि कॉमिक्स देरी से आती है अब सर्वनायक ही मान लीजिए ज्यादतर लोग कहते है कि सर्वनायक की कहानी लंबी है तो मैं उन्हें बता दू की हो सकता है कि नितिन मिश्रा जी ने सर्वनायक की कहानी कब की समाप्त कर ली हो और कॉमिक्स देरी के आने की बजह से हमे लगता है कि कहानी लंबी बना दी है । अब मुझे पता है कि आप भी कुछ राय जरूर देना चाहोगे कमेंट में तो मेरे पोस्ट के कमेंट में आपका स्वागत है।
               धन्यवाद

# राज कॉमिक्स है मेरा जूनून
# जूनून जिन्दा है

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