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Sunday 5 September 2021

सुपरहीरो अपनी इच्छा या खुशी से नहीं बना है।

 "क्या कभी कोई अपनी खुशी से सुपरहीरो बना है?"


मैं कुछ दिनों से एक नया सुपरहीरो चरित्र लिखने की कोशिश कर रहा था तो मैंने सभी सुपरहीरो में एक समानता पाई कि सभी किसी न किसी रूप में हालात के मारे हैं और कोई भी 

1- कभी किसी को बड़े अपराध के हथियार के तौर पर शक्तिशाली बनाकर फिर उसका हृदयपरिवर्तन कराया जाता है।


2- कभी किसी के माता-पिता को मरवा दिया जाता है।


3- कभी कोई पूरी दुनिया से अपनी ज़िंदगी की सारी बुराइयों के बदला लेने लगता है।


4- कभी किसी को अचानक दैवीय शक्ति या वरदान मिल जाता है।


5- कभी किसी देवता को इंसानों में रहने का श्राप मिल जाता है।


6- कभी किसी को अचानक पता चलता है कि वो किसी देवता का अवतार है।


7- कभी किसी को उसकी आत्मा जीने नहीं देती और ज़बरदस्ती पुनर्जन्म की शक्तियां धारण करवा देती है।


8- कभी किसी एलियन को किसी दूसरे ग्रह भेज दिया जाता है, जहाँ वो अपने आप बाकी लोगों से ज़्यादा शक्तिशाली है।


9- कभी किसी की याददाश्त चली जाती है और स्वयं को जानने के लिए वो अपनी याददाश्त छोड़कर दुनियाभर का ज्ञान और शक्तियों का मालिक हो जाता है।


10- कभी किसी के पिता/ दादा/ गुरु ज़बरदस्ती उसे महाशक्तिशाली बनाकर ही मानते हैं। एक बार बच्चे से भी पूछ लो।


11- कभी किसी और के वैज्ञानिक प्रयोग का पूरा विषय अनजाने में एक अनजान इंसान बन जाता है।


12- कभी सबसे बेहतर मनुष्य बनाने के वैज्ञानिक क्रिया के अंत में कुछ और ही ग़लत हादसा बन जाता है।


13- कभी कोई सुदूर जगह फंस जाता है और ज़िंदा रहने की कोशिश में शक्तियां अर्जित कर लेता है।


14- कभी किसी को अचानक किसी बड़े उद्देश्य के लिए चुन लिया जाता है।


15- कभी किसी के मस्तिष्क में ज़बरदस्ती सारी शक्तियां डाऊनलोड करवा दी जाती हैं।


16- कभी एक जादुगर अपना सारा जादू यूँही किसी को भी अक्कड़-बक्कड़ आबराकाडाबरा करके चला जाता है।


17- कभी कोई बीमारी ठीक करने के लिए पूरी दुनिया घूमता है और बीमारी को छोड़कर बाकी सब ठीक करने लगता है।


18- कभी कोई बचपन से विलक्षण प्रतिभाशाली को दुनिया वाले आराम से जीने नहीं देते तो वो छद्म रूप बनाकर जीने लगता है।


19- कभी किसी के साथ स्वयं कुदरत उसके सर पर ओलों की तरह शक्तियां पटक देती है।


20- कभी किसी को यौगिक या यज्ञीय विधि से निर्मित कर दिया जाता है।


पर सवाल अभी भी वही है कि क्या कोई साधारण इंसान

- अपनी इच्छा से,

- अपनी मेहनत से,

- अपने ज्ञानार्जन से,

और सबसे महत्वपूर्ण,

- अपनी खुशी से (और बिना किसी त्रासदी के कारण)

सुपरहीरो या महानायक बना है या बन सकता है?