बांकेलाल vs नागराज
1. बांकेलाल का जन्म देवों के देव महादेव के आशीर्वाद से हुआ। नागराज का जन्म एक छूटभैये देवता कालजयी के आशीर्वाद से हुआ।
2. दोनों की मां ईष्ट देव की बड़ी भक्तन थी।
3. दोनों को ईष्ट देव के क्रोध का भाजन बनना पड़ा जिसका प्रभाव बाद में कम कर दिया गया।
4. नागराज को स्वर्ग में कोई नहीं जानता था, नागराज तो छोड़ो कालजयी को भी देवता ठीक से नहीं जानते, न ही उन्हें कोई विभाग मिला है। बांकेलाल की मदद लेने के लिए देवऋषि खुद इन्द्र को सलाह देते हैं।
5. नागराज को राजा का पुत्र होने की वजह से खजाना मिला है, बांकेलाल पुरुषार्थ में यकीन करता है, कितनी ही बार खजाना मिला और दान कर दिया।
6. नागराज की लाइफ सेट है फिर भी गंभीर रहता है, बांकेलाल की किस्मत फूटी है फिर भी ही ही करता है।
7. दोनों के गैर परंपरागत विधि से पुत्र हुए हैं, जो अपनी मां के साथ ही रहते हैं।
8. थोड़ी सी अतिरिक्त शक्ति धारण करने के लिए नागराज 4 फ्रेम का ड्रामा करता है। बांकेलाल भगवान विष्णु की शक्तियां तक धारण कर चुका है।
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