Labels

Monday 31 December 2018

मेरे दोस्तों का हार्ड कॉपी कॉमिक्स संग्रहालय-5

























भारतीय कॉमिक्स प्रकाशकों की सूची

  1. AADARSH CHITRAKATHA
  2. AANAND CHITRAKATHA  
  3. AAAPKI POOJITA (WEB COMICS)
  4. ABHYUDAY COMICS
  5. AFI COMICS
  6. AJAY CHITRAKATHA
  7. AMAR CHITRA KATHA
  8. AMOR CLASSICS
  9. ARBIT CHOWDHARY(WEB COMICS)
  10. ARKIN COMICS
  11. ATUL COMICS
  12. BEAST LEGION (WEB COMICS)
  13. BHAWANI COMICS
  14. BLAFT PUBLICATIONS
  15. BSI COMICS
  16. BUNGALOW PUBLISHING
  17. CAMPFIRE
  18. CHAMPAK
  19. CHANDA MAMA BOOK SHELF
  20. CHANDA MAMA CLASSICS AND COMICS
  21. CHARIOT COMICS
  22. CHATURANG CHITRAKATHA
  23. CHEENU CHITRAKATHA
  24. CHITRA BHARTI KATHA MALA
  25. CHUNNU COMICS
  26. COMICS .INDIA
  27. COMICS ANAND
  28. CURRY BEAR COMICS(WEB COMICS)
  29. DEV SAHITYA KUTIR
  30. DHANUSH COMICS
  31. DHOOMRAKETU COMICS
  32. DHUMKETU COMICS
  33. DIAMOND COMICS
  34. DIWAKAR CHITRAKATHA
  35. DOLTON COMICS
  36. DREAM LAND COMICS
  37. DURGA COMICS
  38. EURO BOOK INDIA
  39. FENIL COMICS
  40. FLUID FRICTION COMICS
  41. FOLKEN COMICS
  42. FORT COMICS
  43. GANGA CHITRA KATHA
  44. GAURAV GAATHA
  45. GOLDEN COMICS
  46. GOLDY COMICS
  47. GOTHAM COMICS
  48. GOYAL COMICS
  49. GRAPHIC INDIA
  50. GROVER SONS COMICS
  51. GUNEET COMICS
  52. HIMALAYAN COMICS
  53. HOLYCOW ENTERTAINMENT
  54. HYDERABAD GRAPHIC NOVEL PROJECT
  55. ILLUSTRATED ORCHIDS
  56. INDIA BOOK HOUSE
  57. INDIAN WAR COMICS
  58. INDIAN EXPRESS-EGMAUNT COMICS
  59. INDIAN RESEARCH PRESS(TARA)
  60. INDRAJAAL COMICS
  61. JAIN CHITRA KATHA
  62. JAISHREE CHITRAKATHA
  63. JANTAR MANTAR COMICS
  64. JUNIOR DIAMOND
  65. JYOTI CHITRAKATHA
  66. KALSI COMICS
  67. KAMAL PRAKAASHAN
  68. KING COMICS
  69. KIRAN COMICS
  70. KRIYETIC COMICS
  71. LAKSHMI PRAKAASHAN
  72. LEVEL 10
  73. LION COMICS
  74. LM COMICS
  75. LM COMICS(DISNEY TODAY)
  76. LOT POT
  77. MADHU MUSKAAN
  78. MAHABALI COMICS
  79. MANOJ COMICS
  80. MARGHERITA COMICS
  81. MEENU CHITRAKATHA
  82. META DESI COMICS
  83. MODERN CLASSICS
  84. MUTHU COMICS
  85. NANDAN
  86. NANHE SAMRAAT
  87. NAVEEN CHITRAKATHA
  88. NEELAM CHITRA KATHA
  89. NUTAN CHITRA KATHA
  90. ORANGE RADIUS
  91. PARAMPARA COMICS
  92. PARAS PUBLISHERS
  93. PAWAN COMICS
  94. PEARL COMICS
  95. PHANTOM VILLE
  96. PITARA COMICS
  97. POOJA COMICS
  98. POP CULTURE PUBLISHING
  99. PRABHAAT CHITRA KATHA
  100. PRAKASH PUBLISHERS
  101. PREM COMICS
  102. RADHA COMICS
  103. RAJ COMICS
  104. RAKESH CHITRA KATHA
  105. RANI COMICS
  106. ROHAN CHITRAKATHA
  107. ROSHNI COMICS
  108. RUDRA MATSA ENTERTAINMENT
  109. SAADHNA COMICS
  110. SAVITA BHABHI(KIRTU WEB COMICS)
  111. SPACE EDGE COMICS
  112. SPECTRUM COMICS
  113. STAR COMICS IBH
  114. SUMAN COMICS
  115. SUN COMICS
  116. SUNFLOWER COMICS
  117. TANMAN COMICS
  118. TRISHOOL COMICS
  119. TULSI COMICS
  120. VIDYAARTHI MITRAM
  121. VIMANIKA COMICS
  122. VIRGIN COMICS
  123. VISHWAVIJAY PRAKAASHAN COMICS
  124. VIVALOK COMICS
  125. WORLD COMICS INDIA
  126. YALI DREAM CREATIONS
  127. YOMICS WORLD
  128. ZERO COMICS

Tuesday 25 December 2018

बालचरित सीरीज समीक्षा


कहानी मे अच्छा क्या है ?
‌एक नायक के बालचरित जीवन का इससे अच्छा वर्णन  नही हो सकता था...। ध्रुव के बचपन को  बहुत ही खूबसूरत  तरीके से प्रस्तुत किया गया है...। कुछ दृश्य तो इतने शानदार बन पड़े है जैसे जब ध्रुव  अस्पताल में  अपनी जिंदगी और मौत से लड़ रहा होता है तब श्वेता अपने पापा के पास आती है और  अपने पापा को बताती है कि  ध्रुव ने हमे  खुद से दूर करने के लिए ये सब किया था....तब ध्रुव के पिता का पता चलना की ध्रुव ने अपनी माँ से कुछ भी नही छीपाया था (फीनिक्स पेज नंबर 44) और ध्रुव का  हन्टर्स के मुख्यआलय में प्रवेश करने से पहले  अपनी माँ से मिलने आना (एन्ड गेम पेज नंबर  21) ये एक बेटा अपनी माँ के कितना करीब है उसका बहुत ही खूबसूरत वर्णन....।
‌बाकी चित्र  तो अच्छे ही बने है बहुत और  संवाद तो  इतने अच्छे है कि कुछ  तो मैंने लिख लिए....।
‌कहानी  की  शुरुआत होती है  यूक्रेन के क्रियेव शहर  से  जहां  चल रही है प्रेजिडेंट को मारने की साज़िश  वहां की सेना द्वारा  जिसका कॉन्ट्रैक्ट मिलता  है हन्टर्स को और हंटर्स  हो जाते है इस काम  में असफल  क्योंकि उन्हें वहां  रोका जाता  है  एक  अदीर्श्य मानव द्वारा जो बाद में निकलते है ध्रुव के नानाजी तब हन्टर्स ढूंढने निकलते है उस फॉर्मूले को जो कर देता है किसी को भी गायब..!
कहानी की शुरआत का निष्कर्ष
‌कहानी  की शुरआत ही कहानी का सबसे कमजोर  हिस्सा है  क्योंकि कहानी में यह कहीं भी  नहीं  बताया गया है  कि ध्रुव  के नानाजी गायब होने के  इतने सालों बाद हन्टर्स को रोकने कयूँ  निकले है ...हन्टर्स तो इतने सालों से हत्याये कर ही रहे थे वो एक प्रेजिडेंट को और मार देते तो क्या फर्क पड़ता  न ध्रुव की अभी तक हन्टर्स से कोई मुठभेड़ हुई थी जो वह ध्रुव को बचाने चाहते थे  न हन्टर्स  के हाथ अभी तक फार्मूला लगा था न  मठ के ऐसे कोई नियम थे कि  गौरांगी के बेटे के इतने साल के होने पर मठ की गद्दी अब ध्रुव को मिल जाएगी और ध्रुव को इस मामले में अब पड़ना ही पड़ेगा  और न ही कोई ऐसा कारण था कि ध्रुव अब  इतना मजबूत बन चुका था कि ध्रुव हन्टर्स  के मुख्यालय को तबाह कर सके क्योंकि ध्रुव तो पहले से ही इतना मजबूत था कि वो  हंटर्स को तबाह कर सके...क्योंकि वो अपना क्राइम फाइटिंग कररयर पहले ही शुरू कर चुका था...।

कहानी की शुरुआत के लिए सुझाव
कहानी की शुरआत ऐसे हो सकती थी कि यूक्रेन की खुफिया इंटेलीजेंस मांगती ध्रुव से मदद प्रेजिडेंट की हिफाज़त के लिए (जैसे ध्रुव की मदद पहले भी मापाल देश के प्रेजिडेंट ले चुके है) तब ध्रुव  करता है हन्टर्स के हमले को नाकाम...और हन्टर्स फिर ढूंढने निकलते है उस फॉर्मूले को जो बना सकता है उन्हें अजेय...।
या फिर कहानी ये भी हो सकती थी कि ध्रुव  के नानाजी  जो  हो चुके है गायब ....उसका पता होता है केवल हन्टर्स के सर्वसेवा मठेश को  क्योंकि उन्हें  फॉर्मूला वाली शीशी पिलाता केवल मठेश पहाड़ी पे ले जाकर तब उसके सामने हो जाते है ध्रुव के नानाजी गायब...लेकिन उससे एक भूल हो जाती है वो सारा फॉर्मूला  पिला देता है ध्रुव के नानाजी को...तब उसे चाहिए फॉर्मूला बनाने की विधि जो है गौरांगी के पास....और साथ में होता की ध्रुव के इतने साल के होने पर उसे मिलेगी मठ की गद्दी...इसलिए मठेश को वो फार्मूला पाना हो जाता ज़रूरी जिसके दम पर वो दे सके ध्रुव को टक्कर  और साथ में ये भी जोड़ दिया जाता कि मठेश  जुपिटर सर्कस के जल जाने के बाद भी ध्रुव पर हमला करवाता रहा था...।
इन कॉमिक्स से  रेफरेंस लिया जा सकता था जैसे सजाये मौत कॉमिक्स में  बारको का ध्रुव को मारने की कोशिश करना...जंग  कॉमिक्स में नक्षत्र को जो लोग ध्रुव को मारने के लिए तैयार करते है वो मठेश के आदमी बताये जा सकते थे....।

कहानी का  दूसरा  कमज़ोर पक्ष
‌कहानी का  दूसरा सबसे कमजोर पक्ष इस कहानी का  मेन बिंदु है ...। पूरी कहानी  मे फार्मूला ढूंढा जा रहा है और कहानी का अंत  होने के बाद भी ये पता नही  चलता कि फार्मूला आखिर है क्या...फॉर्मूला किसी इंसान को गायब कर देता है या उस फार्मूला को पीने से उसमे जानवर जैसे गुण आ  जाते है....अगर फार्मूला  गायब होने का है  तो रोबो को भी ध्रुव के नानाजी की तरह गायब हो  जाना चाहिए था...लेकिन वो कभी गायब होता है कभी वापस आ जाता है...कहानी के अंत  मे तो ध्रुव के नानाजी भी दिखने लग जाते है और कहते है की मरते वक्त की शरीर की ऊर्जा  अपने चर्म पर होती है यह उस सीरम के असर को काट रही है (एन्ड गेम पेज नंबर 143) लेकिन (एन्ड गेम पेज नंबर 147) मे वह यह कह कर गायब हो जाते है कि रोबो पर नज़र रखने ज़रूरी है अब वो  मर रहे तो गायब कैसे हो गए ....लेकिन सबसे बड़ा  सवाल तो यह है कि रोबो को वह फॉर्मूला मिला कैसे  ? क्योंकि वो तो ब्लैक कैट का खून निकालके  वो फार्मूला पाता है (एन्ड गेम पेज नंबर 35) वह ब्लैक कैट से ये भी कहता है कि अभी तूने 
अपने दोस ्तों  को बताया कि तेरा पिता ने तुझपे कोई  प्रयोग किया था  बचपन मे लेकिन ब्लैक कैट तो नताशा और ट्वीस्टई  के सामने कोई प्रयोग वाली बात कहती नही है बस अपने पिता को मारने वाली बात कहती है (डेड एन्ड पेज नंबर 08) अपने पिता के प्रयोग करने वाली बात तो वह सिर्फ श्वेता को बताती है (फिनिक्स पेज नंबर 80) रोबो को तो इससे ये भी पता नही चलता कि उस दिन लैबोरेटरी में मरने वाला  वैज्ञानिक और ब्लैक कैट का पिता एक ही आदमी है क्योंकि ब्लैक कैट  ने  ट्विस्टई के गौरांगी के वैज्ञानिक की मरने वाली बात पर सिर्फ इतना कहा था कि यह औरत मेरे पिता की कातिल है ये नही कहा था कि उस दिन मारने वाला वैज्ञानिक उसका पिता था ...। चलो ये भी  मान ले कि  रोबो को अपने सूत्रों से पता चल गया होगा कि ब्लैक कैट का पिता और उस दिन मारने वाला वैज्ञानिक एक ही है लेकिन ब्लैक कैट पर प्रयोग वाली बात तो सिर्फ श्वेता को पता थी....अब श्वेता तो रोबो को जाकर ये बताने से रही की ब्लैक कैट के पिता ने उस पर बचपन में कोई प्रयोग किया था...। और वैसे भी उस वक़्त श्वेता नताशा और ट्विस्टई  को अपने पास बुलाती है ना कि श्वेता नताशा के पास जाती है (फीनिक्स पेज नंबर 85) तो रोबो उनकी बात कैसे सुनता है क्योंकि वो रोबो के अड्डे पर भी नही है जो रोबो का कोई  विशवासपात्र उसको ये बात बता दे पर इस बात को ये सोचकर खत्म किया जा सकता है कि शायद रोबो ने नताशा के ऊपर कोई ट्रांसमीटर चिपका रखा हो...। 
‌लेकिन यदि  ब्लैक कैट के खून में वो फॉर्मूला है तो ब्लैक कैट के पास भी गायब होने की पावर होनी चाहिए थी लेकिन जहां तक  ब्लैक कैट के बारे मे बताया गया है कहानी मे तो उसके पापा ने उसके ऊपर  इंसानो और जानवर के जीनस को मिलाने का प्रयोग किया था तो ब्लैक कैट के खून मे फॉर्मूले का सीरम कहाँ से आया....? 
कहानी का तीसरा कमज़ोर पक्ष
‌कहानी का अंत ही किसी कहानी की जान होता है...पहले पाँच भागो का इतना अच्छा प्रस्तुतिकरण ...लेकिन अंत  मे वही बासी रोटी(ग्रैंड मास्टर रोबो) को  खाकर पेट दर्द तो स्वाभाविक होना ही है...। कब तक हम ग्रैंड मास्टर रोबो को झेलते रहेंगे ये बात तो शायद उस विरले को भी नही पता जो मौत की नो  मेन्स लैंड  पर था और ज़िन्दगी की तरफ आने के  लिए छान रहा था अपना फ्लैशबैक...।

कहानी के अंत के  लिए सुझाव
‌कहानी के अंत के लिए वैसे मुख्य खलनायक वक्र और मठेश ही उपयुक्त थे...लेकिन अगर कोई दूसरा ही खलनायक लाना था...तो अलकेमिस्ट डॉक्टर वायरस  या साइक्लोजिस्ट का चुनाव किया जा सकता था... क्योंकि ध्रुव के ये तीनो खलनायक रासायनिक या दवाईयों से हमला करते है तो इनको उस फॉर्मूले से काम हो सकता था!

‌साइक्लोजिस्ट  वैसे उपयुक्त रहता क्योंकि साइक्लोजिस्ट एक  मात्र ऐसा खलनायक है जो ध्रुव को कोमा तक पौंछा चुका है (जानने के लिए पड़े सुपर हीरो और फरिश्ता)..। उसके अतिमानवीय ताकत वाले पागल मरीज़  हन्टर्स को टक्कर दे सकते थे उनके  मुख्ययाले में घुसकर जैसे मूवर और रोबो कर रहे थे हन्टर्स के सपोर्ट सिस्टम को तोड़कर....।
 या फिर ये करते है इसमे रोबो का किरदार भी रखते क्योंकि नताशा का फिर फॉर्मूला पाने का मकसद ही खत्म हो जाता लेकिन रोबो को इसमे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर ही दिखाना चाहिए था...। उसे अपनी मौत का नाटक नही करना  चहिये था.... क्योंकि जो इंसान लाइफ सपोर्ट सिस्टम है वो सीधा उठता है अपनी मौत का नाटक करता है और सीधा हन्टर्स के अड्डे पर पौंछ जाता है ये चीज़ ही अपने आप में अनोखी है...ध्रुव और श्वेता भी इसमें  घायल हुए थे...ध्रुव तो मौत के मुंह मे चला गया था लेकिन ये भी उठे ठीक होने के बाद ...अगर रोबो को खलनायक ही दिखाना था तो ऐसा कर देना चाहिए था कि रोबो प्रोडक्ट से संपर्क तो बना लेता लेकिन प्रोडक्ट  को यह कहता कि तुम किसी ऐसे शख्स को ढूढो जो तुम्हारे साथ मिलकर हन्टर्स से पहले फॉर्मूला का पता लगा ले और वो साइक्लोजिस्ट को ढूंढता लेकिन लास्ट में साइक्लोजिस्ट इन दोनों को ही धोखा देता और उसे ही मुख्य खलनायक दिखा देते ....। 

कहानी का चौथा कमज़ोर पक्ष
‌वैसे मेरे लिए ये कोई खास मायने नही रखता  लेकिन उन लोगो को ये लिए हो सकता है जो  आरसी  की टाइम लाइन के हिसाब से कहानी पढ़ते है...उन सबके दिमाग मे ये सवाल  ज़रूर रहा होगा कि ब्लैक कैट के कितने बाप आएंगे...? 

‌मेरे लिए  तो बस कहानी मे जो  किरदार आपने डाल  दिये उन सबके  साथ पूरा न्याय होना चाहिए ...मुझे इस बात  से फर्क नही पड़ता कि नताशा तो रोबोट बन  गयी थी सिटी विथ आउट ए हीरो सीरीज मे यहां सामान्य इंसान के रुप मे...।
‌राजकॉमिक्स  की  कहानिया अगर देखी जाई  नागायाण के बाद से  तो सिटी विथ आउट ए सीरीज  को छोड़ दिया जाए तो किसे  मे भी  जो कहानी से संबंधित जो  सीक्वेंस बना दिये गए उनके  जवाब पूरे नही दिए गए...। जैसे बालचरित सीरीज  जिस फॉर्मूला के इर्दगिर्द घूम रही थी उसे पूरा ही गोल कर दिया गया...!

नॉट (गांधी
जी के नोट वाला नॉट नही)

‌अब  अंधभक्त फैनस आकर ये नही कहे इनके जवाब  अगली सीरीज मे मिलेंगे....अरे सीरीज  राज कॉमिक्स मे पहले भी बनती थी...लेकिन  जिस मुख्य बिंदु के ऊपर कहानी लिखी जाती थी उसके जवाब पूरे मिलते थे...जैसे महायुद्ध सीरीज ,खूनी खानदान सीरीज ,मैने मारा ध्रुव को सीरीज...इन सब में भले ही दो चार सवाल छोड़ दिये गए हो जैसे महायुद्ध सीरीज  मे त्रिफिना  की मणिया  किसके पास है इसके बारे मे आजतक नही बताया लेकिन उससे कहानी पे कोई फर्क नही पड़ता ...अगर उसके बारे मे आगे बताया जाए या नही भी बताया जाए तो कोई फर्क नही पड़ता...नताशा रोबोट बन गयी थी  इससे सिटी विथ आउट ए सीरीज पे कोई फर्क नही पड़ता ....राजकॉमिक्स वाले शायद भूल गए कि एक कहानी मे से  दो चार पॉइंट  उठाकर दूसरी कहानी तो बनाई  जा सकती है...जैसे हत्यारा कौन  कहानी से  महामानव की गवाही बन गयी...नागराज को खज़ाना मिला तो महायुद्ध सीरीज  बन गयी...प्रतिशोध की ज्वाला से बहरी मौत बन गयी...खूनी खानदान सीरीज से स्पाइडर सीरीज बन गयी ...!

‌लेकिन एक कहानी के मुख्य सवालो को छोड़कर  आप  कहते हो अगली सीरीज मे जवाब देंगे...लेकिन अगली सीरीज  मे  दो फुद्दू से सवालो के जवाब देके  आप उसमें  दस नए फुद्दू सवालो को खड़े कर देते हो...।

सीरीज के अन्य कमज़ोर पक्ष
‌ईन सवालो के  जवाब नही भी मिले तो कोई बात नही इन्हें अगली सीरीज के लिए बचाके रखा जा सकता था जैसे  गिलीगिली का ध्रुव के गुरु पाशा का जानना (फ्लैशबैक पेज नंबर 54)

‌ध्रुव की माँ राधा का  अन्ना को जानना (डेड एन्ड पेज नंबर 33)
‌अन्ना को  ध्रुव को किसी अनजान द्वीप पे ले जाकर वक्र से  भिड़वाना (डेड एन्ड पेज नंबर 39)
‌ध्रुव  के अपने फ्लैशबैक मे  के अंत मे यह दिखाना की  ध्रुव की माँ राधा को स्ट्रॉन्गवीमेन देवीना उठा कर ले जा रही है (डेड एन्ड पेज नंबर 45)

अन्य लूपहोल्स
‌ जैसे  मठेश का फरसा जो मठेश के पास  वापस लौट कर आ जाता है जिसे ध्रुव तक नही उठा पता उसे बीमार ग्रैंड मास्टर रोबो अपने हाथो मे जकड़ लेता है
‌जिस  मूवर का मास्क उतारने के लिये हकीम जी  और वक्र के पसीने छूट गए वो ध्रुव की एक किक से उतर जाता है...।
‌वटी चूर्ण के धुंआ का  क्लोन प्रोडक्ट पे असर करना  और उस  धुएं का वहां खड़े किसी और पे असर न करना क्या सबने नोज़ फिल्टर पहने थे...?

‌इन सब  लूपहोल्स को  अगर ये मानके छोर भी दिया जाए कि एक नायक को जीत दिलवानी थी  तब भी बालचरित सीरीज मे कहानी के नाम पे कुछ नही मिलता ...कहानी  अच्छी या बुरी उससे पहले  उस कहानी का समझ मे आना ज़रूरी है  जैसे  अवशेष सीरीज एक बेकार सीरीज थी  लेकिन  कहानी मे जो पॉइंट्स उठाये गए थे वो क्लियर करे गए थे...लेकिन बालचरित  सीरीज मे  कहानी  मे इतना सस्पेंस डाल दिये गए कि ये अपने अंत तक आते आते रेस थ्री  हो जाती है...।
उपसंहार
‌ईस समीक्षा को लिखना का मतलब ये कतई  नही है कि  इसमें लेखक की बुराई की गई है...ये मात्र एक पाठक के तौर पर मेरा कहानी पढ़ने के  बाद केवल उसकी समीक्षा है क्योंकि एक  लेखक का कहानी लिखने  का उद्देश्य तभी पूर्ण माना  जाता है जब  कहानी उसको  पढ़ने वाले पाठक को समझ आये...अगर  मैने कोई गलत पॉइंट उठाया है तो कमेंट बॉक्स मे अपनी राय अवशय दे....।
समाप्त

सर्वनायक श्रृंखला समीक्षा

 Spoiler Alert (जिन्होंने सर्वनायक श्रृंखला नहीं पढ़ी है वो इस पोस्ट को न पढ़े क्यूँकि इसमें कहानी के बारे में बहुत सी जानकारियाँ दी हुई हैं।)

युगम धरित्री अस्य:

सर्वनायक श्रृंखला - सर्वसार

अभी अभी पूरी सर्वनायक श्रृंखला पढ़ कर ख़त्म की। इस श्रृंखला में सबसे बड़ा चैलेंज ये आता था की ये कहानी इतनी बड़ी है और इस में अलग अलग मोर्चों पर इतने युद्ध चल रहे हैं की सबको याद रखना मुश्किल हो जाता है। शायद आप सब भी इसे महसूस करते हों। इसीलिए मैंने इस पोस्ट में सर्वनायक श्रृंखला में अलग अलग स्थान, आयाम और समयकाल में चल रहे युद्ध का सार बताने की कोशिश की है जिससे आने वाले पार्ट्स पढ़ने में थोड़ी सुविधा हो और कहानी याद रखने में मदद मिले। अगर इस श्रृंखला को पढ़ते हुए आपने कुछ रोचक बातें नोट की हो तो कमेंट में ज़रूर बतायें।

वर्तमान काल से:

1. युगम क्षेत्र में सर्वनायक प्रतियोगिता चल रही है। पुरातन काल और कलियुग के हीरोज दो - दो मुकाबले जीत कर बराबरी पर हैं (परमाणु, शक्ति, शुक्राल और योद्धा अपने अपने मुकाबले जीत चुके हैं)। इस समय भेड़िया और वल्लभ निब्यूलार में अपना अस्तित्व ढून्ढ रहे हैं (दोनों अभी एक - एक की बराबरी पर हैं)।

2. कोबी और अल्लार चाँद पर फोबोस और मोबोस से उलझ रहे हैं और इसका फ़ायदा उठाते हुए ग्रहणो उनकी ऊर्जा सोख कर खुद को शक्तिशाली बनाने में लगा है।

3. ग्रहणो अभी आकाशगंगाओं के खलीफा के साथ चाँद पर रेड स्टार एनर्जी में कैद है जहाँ से वह इस कार्य को अंजाम दे रहा है।

4. ग्रहणो और आकाशगंगाओं के खलीफा को रेड स्टार एनर्जी में कैद करने के बाद गगन और विनाशदूत पृथ्वी की ओर निकल गए हैं।

5. हिमालय पर अश्वराज और भेड़िया द्वारा मार दिए जाने के बाद झड़ोदा फूचांग से खुद को पुनर्जीवित करने की गुज़ारिश करता है। फूचांग कहता है की उसे वनस्पति से बने शरीर की आवश्यकता होगी (समुद्र मंथन से निकले पहले प्राणी अर्थवाक का भी शरीर ऐसा ही होता है और उसे भी अश्वराज और भेड़िया हिमालय पर मार देते हैं)।

6. युगम क्षेत्र से बाहर ले जाने के बाद चार दिशाओं के प्रतिनिधि तिरंगा को कार्य सौपते हैं - उसे समय में वह क्षण ढूंढ़ना होगा जिसकी वजह से पाषाण राक्षसों का आगमन होता है।

7. युगम क्षेत्र से बाहर ले जाने के बाद समय के चार पहरों के प्रतिनिधि तिलिस्मदेव को कार्य सौपते हैं - उसे द्वापरयुग और कलयुग में खुद से संपर्क स्थापित कर के एक तिलिस्म का निर्माण करना होगा।

8. किसी अनजान आयाम में योद्धा (अमोघ) ने महारावण को पकड़ रखा है।

9. हिन्द महासागर में समुद्र मंथन चल रहा है। इस में अडिग पर्वत की और कालदूत रस्सी की भूमिका निभा रहे हैं। नायकों की ओर से किरीगी, जिंगालू, सामरी, तक्षक और पंचनाग हिस्सा ले रहे हैं। खलनायकों की ओर से रोबो, मिस किलर, नगीना और ICU हिस्सा ले रहे हैं। तंतंत्रा अपनी शक्ति से और खलनायकों को बुलाने की कोशिश कर रहा है ताकि दोनों पक्ष बराबर रहें। नतीजन सधम भी खलनायकों के साथ समुद्र मंथन में शामिल हो चुका है। समुद्र मंथन से निकल कर ज्वालाव अभी तबाही मचा रहा है। मैडम कोल्ड, वर्गीस और शीतनाग उसे रोकने की नाकाम कोशिश कर चुके हैं इसलिए नगीना ने यक्ष राक्षस गरलगंट को मदद के लिए बुला लिया है।

10. तुरीन, शूतान, अतिक्रूर, तिल्ली और भेड़ाक्ष आसाम के जंगल में मौजूद पूर्वजो की धरती पर शक्तिद्वार खोलने की कोशिश कर रहे हैं। परिणामस्वरूप पुरातन काल के हीरोज़ की पाषाण प्रतिमाएँ उन पर हमला कर देती है।

11. भेड़िया के दुश्मन (कईगुल्ला, दौडंड, इत्यादि) और गरुड़ मिल कर आसाम के जंगल में उल्काओं से लगने वाली आग को रोकने का प्रयास कर रहे हैं।
12. ड्रैकुला वैम्पायर बेबी, महागुरु प्रेतील और इरी बाबा के साथ गर्भग्रह में मौजूद इंसानो को वैम्पायर बनाने के लिए निकल चुका है।

13. बॉर्डेलो मुर्दो को जीवित कर के अपनी सेना में शामिल करने निकल चुका है।

14. सधम जब समुद्र मंथन के लिए निकला था तो उसने रस्ते में त्रिमुंड एक जगह छुपाया था जिसे अब अघोरी ने प्राप्त कर लिया है।

15. लोरी के अनुसार अधम सधम के पीछे गया है (हालाँकि उसे अभी तक दिखाया नहीं गया है)।

16. एंथनी, जैकब, लोरी और कपाल कुंडला निशाचर से युद्ध कर रहे थे। निशाचर के बेहोश होने पर किसी अदृश्य आत्मा ने उसके शरीर पर कब्ज़ा कर लिया है।

17. गुरु बृहस्पति यम के साथ हैं और नरकपुत्र रक्ष को नरकस्थल से आज़ाद करने का फैसला ले चुके हैं।

18. गुरु शुक्राचार्य और शम्भूक हरु प्रतिनिधियों से मुलाकात कर एकजुट हो कर देवताओं से मुकाबला करने का फैसला ले चुके हैं।

19. गुरु द्रोण के मानस रूप ने अश्वत्थामा को उसकी शक्तियाँ लौटा दी है - अश्वत्थामा भी अब इस लड़ाई में शामिल होगा ये बताया जाना बाकी है।

20. अश्वत्थामा से मिल कर गुरु द्रोण का मानस रूप जब पृथ्वी से वापस लौट रहा होता है तब रस्ते में त्रिशंकु उनकी कुछ ऊर्जा चुरा लेता है और वह पृथ्वी की ओर निकल जाता है।

21. एक गुफा में मसीहा की मुलाकात कुछ अजीब प्राणियों से होती है जो उसे अतिरिक्त शक्ति देते हैं जिससे उसका आकार बड़ा और रंग हरा हो जाता है।

22. वेदाचार्य और नास्त्रेदमस ने परलौकिक विज्ञान नायकगण (पवन) की स्थापना की थी जिसमें फेसलेस, वेणु और किशोर शामिल हैं। सर्वनायक विस्तार में दिखाया गया है की फेसलेस नागरानी वाले आयाम से नागीश की पहली केंचुली और रक्त ला कर वेदाचार्य को सौपता है।

23. गर्भग्रह के हालात पर WAR द्वारा सेक्टर AUS-001 से नज़र रखी जा रही है जहा काउंसलर, वॉर मेजर इतिहास और मैडम एक्स मौजूद हैं।

24. गर्भग्रह सेक्टर AUS-054 - WAR कमांडो (चंडिका, ब्लैक कैट, काली विधवा, लोमड़ी, शीना, सलमा और चीता) का सामना सुप्रीमा, मैडम फॉक्स, वैम्पायर डॉल और ऑक्टोपस गैंग से हो रहा है।

25. कमांडो फ़ोर्स भी WAR में शामिल हो चुकी है और गर्भ ग्रह में स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।   

26. वॉर मेजर राजन मेहरा सुप्रीम हेड से मुलाकात करता हैं जो किंग लूना को प्रस्तुत करता है जिसने नागराज, भेड़िया और शक्ति के खून का इस्तेमाल कर उनके मशीनी स्वरुप बनाये हैं।

27. पोल्का गर्भग्रह में एक बायोलॉजिकल हथियार का प्रयोग करने वाली थी लेकिन ब्लाइंड डेथ उसे रोकने की कोशिश करता है। किंग कोबरा भी पोल्का का साथ देने आ जाता है।

28. बाकी तिरस्कृत नायकों ने अभी गर्भग्रह में चल रहे युद्ध में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है।

29. डोगा के चारों चाचा और गमराज गर्भग्रह में बढ़ रहे सांप्रदायिक दंगो को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

30. धनंजय अपने विज्ञान का प्रयोग कर स्वर्णनगरी में प्रकृति की पुत्री की शक्ति बढ़ा रहा है।  

31. प्रलयंका प्रोबॉट से मिल कर उसे प्रकृति की पुत्री के बारे में बताती है तो वह प्रलयंका को प्रोफेसर को बुलाने का सुझाव देता है।

32. प्रलयंका और प्रोबॉट की बातें सुन कर वंडर वुमन किसी अनजान शख्स को इसकी जानकारी देती है।

33. कोटिन्हो और CNN चीफ भी प्रोबॉट और वंडर वुमन के साथ गर्भग्रह की स्थिति पर नज़र रख रहे हैं। 

34. बैडमैन अपने 6 साथियों के साथ WAR वेपनरी बचाने में नक्षत्र की मदद करता है। इसके बाद बैडमैन और उसके साथियों का क्या हुआ ये दिखाया नहीं गया है।
35. रतन डागा, प्रिंसिपल, मिस्टर रसायन, डर मास्टर, बूझ पहेली, प्रोफेसर एनवाईरो, हादसा खान, डॉक्टर वायरस, अलकेमिस्ट, फ्लैशबैक, भांजा, मगरा, आखरी हत्यारा, फ़्लैश गैंग, शतरंज गैंग, स्टीमर, विदूषक और उसकी वीभत्सरस सेना - सब नारका अंडरग्राउंड एसाइलम से भागने की कोशिश करते हैं और उनको रोकने की कोशिश करते हुए नक्षत्र घायल हो जाता है।

अज्ञात / भविष्य समयकाल से:

36. महागुरु भोकाल ने ब्रह्मा जी से उनके कमंडल की सृजन शक्ति माँगी थी। उन्हें वो शक्ति मिली या नहीं, और अगर मिली है तो उन्होंने उसका कैसे प्रयोग किया है ये अभी बताया नहीं गया है।

37. देवताओं और असुरों में स्वर्ग के लिए प्रतियोगिता चल रही है - पहली प्रतियोगिता है अग्नीभक्ष को हराना जो सूर्य को खाने की कोशिश कर रहा है। 

38. इतिहास को कलंका नगरी में दिखाया गया है

39. समय के शुरुवात में - ज्वालामुखी में मौजूद ब्रह्माण्ड पुंज को पाने के लिए हरुओं का महामानव और गलालालीचा से युद्ध चल रहा है।  

40. पुरातन नगरी अज्ञात समय - नागराज और ध्रुव का अपने सभी विलेन्स से युद्ध चल रहा है जो की नागपाशा की योजना का हिस्सा है। नतीजन त्रिफना मूर्ति दिखाई देने लगती है।

41. जब नासन चंडकाल को स्वर्णनगरी से आज़ाद कर भविष्य में ले जाने की कोशिश करता है तो उसी की तरह कॉस्टयूम और मास्क पहने दो लोग उसे रोकने की कोशिश करते हैं - इनके बारे में अभी बताया नहीं गया है।

42. स्टार सिटी सन 5099 - नासन और चंडकाल साथ मिल कर त्रिफना मूर्ति को खोजने का प्लान बनाते हैं।

43. स्टार सिटी सन 5099 - ध्रुविष्य अपनी बेटी उल्का के साथ चंडकाल से लड़ने के लिए मदद मांगने स्वर्णनगरी जाता है जहाँ देवंजय उनसे युद्ध करता है।

44. स्टार सिटी सन 5099 - हवा में उत्पन्न हुए एक द्वार से एक युवा निकलता है जो नागराज जैसा दिखता है। यह कौन है अभी तक बताया नहीं गया है।   

45. बांकेलाल नागसेना से बच कर भागने की कोशिश कर रहा है। वह एक गुफा के पास पहुँचता है और उसके पास त्रिफना मूर्ति दिखाई गयी है।

सर्वनायक विस्तार श्रृंखला से:

46. प्रोफेसर सूरी को काल पहेलिया से एक पांडुलिपि मिलती है जिसमें महारावण के बारे में बताया गया है। प्रोफेसर सूरी की असली पहचान अभी दिखाई नहीं गयी है।

47. जैसे ही डोगा स्पैनडॉक्स को हराता है, पिरामिडो की रानी काल पहेलिया और अपनी सेना के साथ वहाँ आ जाती है।

48. अश्वराज और गोजो त्रिनाग पठार के अंदर जाते हैं जहां कुदुंबछुम्बी, बिजलिका और एक अन्य स्त्री (इसके बारे में अभी बताया नहीं गया है) कैद मिलते हैं। इन्हे रोकने त्रिसर्प संधि आ जाते हैं।

49. करणवशी और थोडांगा को रोकने के चक्कर में नागराज के मित्र (सौडांगी, शीतनाग और नागु) अत्यधिक विष फुंकार का प्रयोग करते हैं जिस से नागनिरंजनी अनियंत्रित हो जाती है।