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Sunday, 24 May 2020

शाम में कसरत -राज कॉमिक्स की कॉमेडी कहानी-5

एक शाम नागराज कसरत कर रहा था । 
।।
शाम में कसरत ?
नागराज का मन सुबह करे या शाम , आप पढ़ो ज्यादा दिमाग न लगाओ । खिखिखि ।
।।
तभी ध्रुव भागते हुए नागराज के पास आया । 
।।
नागराज - क्या मेरे याड़ी । आज संध्या दर्शन ? 
ध्रुव - जान बचा के भागा हु भाई । 
नागराज - जान बचा के ? 
ध्रुव - हा यार । 

कह के ध्रुव दो मिनट तक चुप रहा । 
नागराज भी चुप-चाप रहा ।।

ध्रुव ( आंखे तरेर के ) - अबे आगे भी तो पूछ ।।
नागराज - क्यों ? बिना पूछे तू बताएगा नही ? 
ध्रुव - बताना तो पड़ेगा भाई । मेरी समस्या का हल शायद तुझ मूर्ख से हो जाये । 
।।
नागराज ( सुलगते हुए ) - बहुत मोटे दांत वाले बिना जहर के सांप से डसवां दूंगा सड़े हुए पियर फफूंदी । गुर्ररर । 
ध्रुव - अले नाराज ना हो यार । भाई है तू अपना । 
नागराज - ज्यादा अमूल वाला बटर मत लगा । अच्छे से जानता हूं तुझे । अब जल्दी से भौक , ऐसे भागते हुए क्यों आया आज ? 
ध्रुव - क्या बताऊँ यार ...
नागराज ( बीच मे टोकते हुए ) - क्या बताऊँ । मतलब बताएगा नही । फिर टाइम क्यों वेस्ट कर रहा मेरा ।
ध्रुव - अबे बता रहा हु । सुन तो ले । पहले ही फुफकारेगा तो मैं बताऊंगा कैसे कुछ । 
।।
नागराज - ओके ओके आगे बोल । 
ध्रुव - आज नताशा को बीच पे ले गया था । 
नागराज - बीच पे । किसके बीच पे । 
ध्रुव - सॉरी सॉरी । बिच पे । समुंदर किनारे वाले बिच पे । 
नागराज - ओअअअअअ । फिर ।
ध्रुव - मैंने कहा । तुम्हारे दिल मे क्या है वो गा के बताओ । 
नागराज ( हाहाहाहा ) - बिना सुर वाली लड़की से तूने गाने को कहा । अरे वो चंदले की बेटी है जिसके सर से पानी तक फिसल जाता है उससे गाने को कैसे कह बैठा तू । 
ध्रुव ( आंखों से आग उगलते हुए ) - हो गया । अब आगे बोलू । 
नागराज - ठीक है ठीक बोल । 
ध्रुव - मेरे कहने पे नताशा ने अपने दिल में छिपा राज गा कर बताया । 
।।
जन्म-जन्म का साथ है हमारा - तुम्हारा । हमारा-तुम्हारा । 
।।
नागराज - बाप रे । लड़की बड़ी शातिर है । अगले जन्म में भी अपने बाप को तुझसे बचाने का ठेका लेना चाहती है । 
ध्रुव - वही तो । इसीलिए मैं भागा ...
नागराज - और सीधा मेरे पास आया । 
ध्रुव ( गुस्से ) - फिर फुफकारा तू बीच मे । बात तो पूरी सुना कर । 
नागराज - ठीक है भाई । अबकी बात पूरी होने के बाद फुफकारूँगा । सीधे तू मेरे पास नही आया तो कहा गया ? 
ध्रुव - ऋचा के पास । 
नागराज - साले को मेरी दोस्ती की कद्र ही नही है । पहले सारी लड़कियों के चक्कर लगाएगा फिर मेरे पास आएगा । गुर्ररर । फिर क्या हुआ ? 
ध्रुव - मैंने ऋचा से कहा की तुम्हारे दिल मे क्या है गा के बताओ । 
नागराज - इंडियन आइडियल का ऑडिशन लेने का ठेका ले रखा है तूने । गा के बताओ । गा के बताओ । 
ध्रुव - अरे समझा कर यार । गाते हुए लोग झूठ नही बोल पाते । 
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नागराज - तो ऋचा ने गाया ।
ध्रुव - हा गाया ना।
।।
तू जहां - जहां रहेगा । मेरा साया साथ हो....गा । तू जहां-जहां रहेगा मेरा साया.... मेरा साया ।
।।
नागराज - बाप रे । भूत बन के भी पीछा ना छोड़ेगी तेरा ये तो । 
ध्रुव - भूतनी बनने के बाद भी जो साथ म छोड़े उसके आस-पास रहना बेवकूफी ही होती । उससे बच के मैं भागते हुए  सीधे तेरे पास आया हु यार । 
नागराज - ह्म्म्म । 
ध्रुव - सिर्फ ह्म्म्म । आगे भी तो कुछ बोल ।
नागराज - क्या बोलू ? 
ध्रुव - अबे मेरी प्रॉब्लम तो सॉल्व कर ।
नागराज - अब तू प्रॉब्लम बताएगा तब न सॉल्व करू । 
ध्रुव - अरे पूरी रामकथा बता दी । अब और क्या बताऊँ ।
नागराज - भाई । जरा रिवाइंड में जा । 

रिवाइंड । 

चकर चकर ---/-/
किर्रर्रर .....^///
पुईई ...?....:..."
कुईईई टिर्रर्रर .....)*/// ....
तुरर्...?@///....

रिवाइंड पूरा हुआ । 

ध्रुव - धत्त तेरे की । प्रॉब्लम तो मैंने बताई ही नही । 
नागराज - बड़बोला होने से यही होता है । बड़-बड़ करने के चक्कर मे जरूरी बात बिच पे छोड़ आता है तू । खिखिखि । 
ध्रुव - सुन प्रॉब्लम बताता हूं । 
नागराज - रहन दे । जानता हूं तुझे गाना गवां के ही दिल मे क्या है जानना है । 
ध्रुव - वो तो है । 
नागराज - सर्वनाश में जो तुझे डव कहती थी ना ।
ध्रुव - हा । 
नागराज - उसे कॉल कर । तेरी प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी । 
।।
ध्रुव ने झट से डव वाली को कॉल लगाया । 
।।
ध्रुव - तुम्हारे दिल मे क्या है गा के बताओ । 
।।
एव्री नाईट इन माय ड्रीम आय सी यू ... आयी सी यू ... 
।।।
ध्रुव ( नागराज को गले लगाते हुए ) - बस इतना ही तो चाहिए था । थैंक्स भाई ।
नागराज ( अंदर-अंदर हस्ते हुए मन मे  ) - एव्री नाईट इन माय ड्रीम के चक्कर मे पड़ के टाइटेनिक में हीरो टपक गया था । खिखिखि । ये भी टपकेगा एक दिन ।जोर वाली खिखिखि ।

समाप्त ।

राज कॉमिक्स की कॉमेडी कहानी-3

कैसे हो मित्रो

बहुत दिन बाद आपकी सेवा में हाजिर हुआ हूँ


हे देव कालजयी 🐍: पढ़िए नई कहानी जो देगी मन को



हे देव कालजयी 🐍: उधर ध्रुव युगमक्षेत्र में अपने दिमाग के घोड़े दौड़ा रहा था और इधर बैठे-बैठे सब बोर हो रहे थे ।।

शक्ति - चलो अंताक्षरी खेलते है ।।
डोगा ( बिफर के ) - हूह । खेलना है तो कोई मर्दो वाला खेल खेलो । ये औरतों वाला खेल मुझे नही खेलना ।।
शक्ति ( गुस्सा होके गुस्से को काबू करते हुए ) - चलो अंताक्षरी छोड़ो । कुश्ती लड़ते है ।।
डोगा - शब्बाश । ये हुई न मर्दो वाली बात । मैं तैयार हूं बोलो किससे कुश्ती ....

डोगा के बात पूरी करने से पहले ही शक्ति ने डोगा को उठाया और लगातर 20-30 धोबी पछाड़ दे मारा ।।

शक्ति - मजा आया मर्दो वाले खेल में । 
डोगा ( दर्द से तड़पते हुए ) - आआआएहह । मार डाआललल्लल्लाआआ रे ।।। बहूऊऊऊ ।। बहुत जोर की बहुहऊऊऊऊ
।।
भोकाल  - देवी शक्ति । ये अंताक्षरी क्या होता है । जरा हमे भी बताए । 

शक्ति ने आव देखा ना ताव और भोकाल की टांग पकड़ उसे भी डोगा की तरह 20-30 पठकनी दे मारी ।।

भोकाल ( दर्द से चिंघाड़ते हुए ) - भो भो कालळळळळळळळळ । 

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रक्षक मंडली ठहाके लगाते हुए पेट पकड़ लेती है । 
।।
भोकाल ( जैसे तैसे अपने आंसुओ पे काबू करते हुए ) - देवी शक्ति । हमने आपको देवी कहा और आपने हमे धो दिया । ऐसा भी कोई करता है भला ।
शक्ति ( अत्यधिक क्रोध में ) - नारियों पे अत्याचार करने वाला चाहे कोई तुझ जैसा महाबली क्यों न हो ।  शक्ति नारियों पे अत्याचार करने वाले कि बलि ले लेती है । 
भोकाल ( चौक के ) - अरे मैने किस नारी पे अत्याचार किया ? 
।।
भेड़िया - तुरीन श्री के होते हुए दो और विवाह कर लिया आपने तो पहला अत्याचार तुरीन श्री पे । फिर ना जाने क्या मिर्गी चढ़ी की आपने सलोनी को त्याग दिया । रूपसी तो फिर भी त्याग के लायक थी पर सलोनी श्री से क्या गलती हुई । बिना कोई गलती के सलोनी श्री पे अत्याचार । अब शक्ति आपको धोएगी नही तो और क्या करेगी । 
।।
भोकाल ( अपनी गलती पे पछता कर ) - यहां से लौटते ही सलोनी को वापस अपने पास बुला लूंगा । अब तो गुस्सा थूक दीजिए शक्ति ओर बताए कि ये अंताक्षरी होती क्या है ।

अपेक्षा तो भोकाल को शक्ति से अंताक्षरी के ज्ञान के प्राप्ति की थी लेकिन फिर से शक्ति ने भोकाल को उठाया और  अबकी बार 30-40 धोबी पछाड़ दे मारे । 

भोकाल तड़प के रोते-चिल्लाते हुए - तू शक्ति नही चुड़ैल है । मुझे नही खेलना अंताक्षरी । 
भेड़िया - रोते नही महागुरु । 
भोकाल ( बहुत जोर से रोते हुए ) - रोऊँ नही तो और क्या करूँ ।  बात-बात ये लड़की कूटे जा रही मुझे । बहुत जोर की बुहूऊऊऊ । बहुत बुरी है ये । बहूऊऊऊ ।
भेड़िया - अब आप सलोनी श्री को वापस बुला लेंगे तो तुरीन श्री का दिल फिर से दुखेगा इसीलिए शक्ति ने फिर से आपको धो दिया । 

भोकाल - मतलब एक तरफ कुंवा दूसरी तरफ खाई । 
भेड़िया - आपकी तो आयी शामत आयी । 
भोकाल - अब मैं क्या करूँ । 
भेड़िया - अपने दल में भाग लो । शक्ति का गुस्सा फिर से डोगा पे उतरेगा । 

इत्ता सुनते ही भोकाल वहां से अपने दल में दुड़की हो लेता है और शक्ति फिर से डोगा को कूटने लगती है । 

समाप्त ।

Sunday, 17 May 2020

संन्डे की छुट्टी -राज कॉमिक्स की कॉमेडी कहानी-10

संन्डे की छुट्टी 😂😂🤪

सन्डे के दिन सभी रक्षक छुट्टी मना रहे थे । 

नागराज - क्या सोच रहा स्टील ? 

ध्रुव - हाहाहाहा । 

स्टील - तू हँसा क्यों रे ? क्या मैं सोच नही सकता ?

तिरंगा - स्टील भाई गुस्सा न हो ध्रुव ये सोच के हस पड़ा कि आज तेरा मन रसगुल्ले खाने का कर रहा पर तु खा तो सकता नही बस सोच सकता है ।हिहिहि । 

ध्रुव - मैं क्या सोच रहा था तूने कैसे जान लिया तिरु भाई । 

तिरंगा - धरु बेटा तू जितना सोच सकता उतनी सोच का तो मैं सुबह सुबह  कुल्ला करता हू ।

स्टील - ध्रुव के बच्चे एक मुक्का मार के तेरे सारे दांत तोड़ दूंगा मैं । 

नागराज - अरे रुको रुको पहले तिरु मुझे ये बता तूने एक वक्त में स्टील ओर ध्रुव दोनो के दिमाग मे क्या चल रहा कैसे जान लिया । 

तिरंगा - बड़ा सिंपल है जब किसी के सामने रसगुल्ला खाने से पहले बार बार उसका रस निचोड़ोगे और सामने वाले बन्दे की तरफ देख कर खाओगे वो भी ये जानते हुए की वो कुछ कह नही सकता तो अगले का मन खाने को करेगा ही । 

ध्रुव - वाह तिरंगा वाह । चल इसी बात पे तुझे कमांडो हेड क्वार्टर में नौकरी दे देता हूं मैं । 

तिरंगा - हट रे । तेरी नैकरी तेरे पास रख । अपन की खुद की नौकरी है वो इज्जत वाली तेरी तरह निठल्ला नही घूमता रहता  मैं ।

नागराज - नौकरी तो मैं तुम तीनो को दे दू । बोलो चाहिए । 

ध्रुव , तिरंगा , स्टील - नही । 

नागराज - ठीक है ठीक है । इतना ऐंठने की जरूरत नही । 

ध्रुव - स्टील भाई । रसगुल्ले खाने के अलावा क्या सोच रहे थे । मतलब तुम तो रोबोट हो न, एक वक्त में ढेर सारे ख्याल आते होंगे तुम्हे । 

स्टील - सोच रहा था कि राज कॉमिक का सबसे चहेता कॉमिक हीरो कौन है । 

नागराज - यार फिर से न सुरु हो जाओ । हर किसी की कॉमिक आने के बाद इसी बात पर बहस छिड़ जाती है कि कौन बेस्ट  है । 

तिरंगा - तू गधा ही रहेगा नागराज । कमअक्ल कही का। 

नागराज - जुबान को थाम ले तिरु वरना काट के छोटी कर दूंगा । 

ध्रुव - गुस्सा होने की क्या जरूरत नागराज । स्टील सबसे बेस्ट की बात नही सोच रहा , सबसे चहेते की बात सोच रहा । 

स्टील - हा ओर मेरे एनालिसिस के हिसाब से ..... 

तिरंगा ( स्टील की बात काटते हुए ) - नागराज सबसे चहेता है । 

स्टील - तूने फिर से मेरे मन की बात जान ली । तू पुलिस में भर्ती हो जा अपना पर्सनल हवलदार बना लूंगा तुझे । 

ध्रुव - गुररर । सबसे बेस्ट मैं तो सबसे चहेता भी मैं ही हु ना ।

तिरंगा - पहले तो बेस्ट हमेशा बदलते रहते है । और अपने मुह मिया मिट्ठू मत बन तू । पाठक समझ लेंगे की कौन बेस्ट है ।

ध्रुव - ठीक है ठीक है । अब ये बता की नागराज सबसे चहेता क्यों है ? 

तिरंगा - क्योंकि राज कॉमिक का पहला प्लांड सुपर हीरो नागराज है । 

स्टील - क्योंकि जन्मोत्सव सिर्फ नागराज का मनाया जाता है न कि तेरा । 

नागराज - क्योंकि नागराज के नाम मे भी राज कॉमिक का नाम जुड़ा हुआ है । 

तिरंगा, ध्रुव, स्टील तीनो चौकते हुए - नागराज का सन्धि विच्छेद कर दे तो नाग + राज ,,, राज से राज कॉमिक । 

नागराज - हिहिहि । 

समाप्त ।

Wednesday, 13 May 2020

व्यंग ( डोगा ) शीर्षक – मेरी कॉमिक कब आएगी -राज कॉमिक्स की कॉमेडी कहानी-9

व्यंग ( डोगा )
शीर्षक – मेरी कॉमिक कब आएगी 

दृश्य १  

रात्रि का समय , यानि सूरज के डोगा बनने का समय – हर दिन की तरह सूरज अपनी डोगा की ड्रेस पहन कर गटर में कूदने ही वाल था की उसे अदरक चाचा की आवाज सुनाई पड़ती है 
अदरक चाचा – सूरज ओ सूरज कहा है तू 
सूरज – क्या हुआ चाचा , क्यों गला फाड़ रहे हो 
अदरक चाचा – यहाँ है तू , और ये क्या फिर से तूने डोगा की ड्रेस पहन ली , अरे कितनी बार समझाया है तुझे की डोगा की ड्रेस मत पहन 
सूरज – चाचा डोगा हु तभी तो डोगा की ड्रेस पहनी है , अब क्या मोहर सिंह डोगा की ड्रेस पहनेगा 
अदरक चाचा – अरे बेवकूफ डोगा की ड्रेस पहन लेने से क्या rc( raj comic ) तुझे और तेरी कॉमिक को दोबार पब्लिश करने लगेगी , पिछले दो वर्षो से तेरी कोई सोलो कॉमिक पब्लिश नहीं हुई है , और पिछले दो वर्षो से तू लगातार इसी तरह डोगा की ड्रेस पहन कर गटर में कूद पड़ता है , rc तुझे गटर से बाहर लाती नहीं और तू पूरी रात गटर में रहकर ही वापस यहाँ आ जाता है , अब तो मुझे भी लगने लगा है तू कूड़े की तो नहीं ( क्यों फेका कूड़े पर ) पर तू पक्का गटर की पैदाइस है , इसलिए तू हर रात गटर में चला जाता है 
अब देख क्या रहा है , अपने दात भीचना बंद कर और चुपचाप कपडे बदल कर सो जा , कल जीम ( gym ) में कुछ नयी मशीन आ रही है , उसे कैसे इस्तेमाल में लाना है ये तेरी जिम्मेदारी है     
आज्ञाकारी सूरज अपने दिमाग पर गरम गरम बर्फ रख कर सो जाता है 

दृश्य २  

सुबह सुबह ( 6 बजे )
मोहर सिंह सूरज के कमरे में आता है ,
मोहर सिंह – सूरज भेया उठ जाये सुबह हो गयी है , आपके लिए ठंडी चाय लाया हु ,
सूरज – सोने दे न मोहर सिंह , रात अदरक चाचा ने बर्बाद कर दी सुबह तू आ गया अपनी ठंडी चाय के साथ , मेरा गर्म दिमाग तेरी ठंडी चाय से ठंडा नहीं होने वाला  
मोहर सिंह – सूरज भेया जरा अपना मुह तो खोलिये 
सूरज – क्यों 
और जैसे ही सूरज ने क्यों बोलने के लिए अपना मुह खोला वैसे ही मोहर सिंह ने चाय की पूरी कप सूरज के मुह में उड़ेल दी , और चिल्लाता हुआ सूरज उठ बैठा 
सूरज – मोहर के बच्चे , आह , ये तेरी ठंडी चाय गरम कैसे हो गयी , और तूने पूरी कप मेरे मुह में डाल दी , अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह , अबे छोरुगा नहीं तुझे रुक अभी बताता हु तेरी तो , 
इतना कह सूरज अपने जले हुए मुह और जीभ के साथ मोहर सिंह की और बढ़ा 
मोहर सिंह – वही रुक जाये सूरज भेया , दो वर्षो से डोगा नहीं बने हो आप , सारी की सारी बॉडी हर तरफ से 100 – 100 ग्राम पिचक गयी है और मै वैसे का वैसा ही हु , मेरी कॉमिक ( चार मीनार ) भूल गए क्या , ऐसी पटकी दूंगा की टॉयलेट सीट पर जब भी बैठोगे पिछवाडा दुखने लगेगा 
सूरज हक्का बक्का सा वही ठिठका खड़ा रह गया 
मोहर सिंह – जब आप डोगा बनते थे तब आपका काम दोपहर एक बजे से सुरु हो था , पर अब जब आप दो वर्ष से डोगा नहीं बने है तो आपका काम सुबह ७ बजे से ही सुरु हो जाता है , अब अपने दात भीचना बंद कीजिये और जाकर जीम की सफाई कीजिये , आपके और अदरक चाचा के विद्यार्थी आते ही होंगे , जीम का काम हो जाये तो दोपहर या शाम तक मोनिका भाभी से मिल आइयेगा उन्होंने आपको बुलाया है 
सूरज की बोलती ही बंद हो गयी थी , बेचारा चुपचाप पास ही रखा झाड़ू पोछा उठाकर जीम की ओर चल पड़ा 

दृश्य ३ 

जीम के विद्यार्थी आपस में बाते करते हुए 
यार ये बांकेलाल कौन है , कोई नया सुपरहीरो है क्या  
तुझे इतना भी नहीं पता “” बांकेलाल ‘’’’ rc का फ्लैग हीरो है , 200 से भी ज्यादा कॉमिक आई है उसकी , उसके सामने तो सुपर से ऊपर कमांडो ध्रुव घास छिलता है घास 
सूरज - क्या बात कर रहे हो यार , मेरे हिसाब से तो डोगा सबसे शानदार हीरो है rc का , क्या एक्शन करता है क्या ठोकता है और तो और कॉमेडी भी कर लेता है , बांकेलाल से भी बेहतर ( निचे से )
क्या सूरज भेया आप भी , अब आप डोगा बन कहा रहे हो जो डोगा की तारीफ कर रहे हो , अरे डोगा का स्टारडम तो सुपर स्टार राजेश खन्ना की तरह निकला , कभी सबसे टॉप पे तो आज निचे से टॉप पे 
सूरज पागलो सा उन्हें देखता रहता है ( इन्हें मेरे डोगा होने के बारे में कैसे पता चला )
क्या सोच रहे हो सूरज भेया , अरे हम भी rc की कॉमिक पढ़ते है और आप तो जानते हो जो rc की कॉमिक पढता है उन्हें पता है की सूरज ही हमारा पयारा डोगु है ,,, ही ही ही 
सूरज – हस क्या रहे हो , तुम सब अभी के अभी 500 पुसप्स मारो , 
पागल हो गए है क्या सूरज भेया rc का गुस्सा हम पर क्यों उतर रहे हो , वो तुम्हे पब्लिश नही कर रही तो इसमें हमरा क्या दोष 
सूरज – अभी तो बड़ा ताना मार रहे थे , पुसप्स की बात आई तो हवा निकल गयी ,,,, चुपचाप 500 पुसप्स मारो , तुम्हारे निचे से टॉप डोगा ने सर्व्नायक श्रिंखला में अभी तक 6417 ( छः हज़ार चार सौ सत्रह ) डिप्स मार चुके है ,,,, सुरु हो जाओ वरना तुम सबके पुठो पर ऐसी लात मरूँगा की जब भी टॉयलेट सीट पर बैठोगे पिछवाड़ा दुखेगा ( ही ही ,ये मोहर सिंह का डायलोग तो बड़े काम का निकला)

दृश्य ४ 

मोनिका के घर – 
जीम का काम ख़तम होते ही शाम को डोगा ( मेरा मतलब सूरज ) मोनिका के पास पंहुचा 
पर जैसे ही उसने दरवाजे पर मोनिका को आवाज लगाई वैसे ही मुर्गी के दो बतख वाले अंडे उसके सर से आ टकराये ,और फिर आई मोनिका गुस्से में चिल्लाते हुए 
मोनिका – अब वक्त मिला है तुम्हे , सुबह से भोर हो गयी ( मेरा मतलब { दिन से बिहान हो गयी } सुबह से शाम हो गयी ) और जनाब अब आ रहे है , कर क्या रहे थे , क्या किसी का सर फोड़ रहे थे या किसी को टपका डाला 
सूरज – क्या यार , रात को चाचा , सुबह वो मोहर का बच्चा फिर जीम स्टूडेंट्स और अब तूम , क्या सबने कसम खायी मुझे परेशान करने की  
मोनिका – जो लोग बेरोजगार होते है उनके साथ ऐसे ही सुलूक किया जाता है 
सूरज – बेरोजगार से क्या मतलब है तुम्हारा ,
मोनिका – हा ही हा बड़ा भोला है मेरा भौ भौ ( डॉगी ) , अरे मेरे बैगनी , लाल , पीले ( डोगा ड्रेस ) तू समझता क्यों नहीं , तेरे सितारे गर्दिश में है , rc तुझे भूल हाई है और हम तुझे भुला नहीं सकते , क्या करे कॉमिक में तेरे साथ ही कभी कभी हमें भी जगह मिल जाती , अब तू निठल्ला बैठा रहेगा तो अपना गुस्सा तुझ पर ही तो निकालुगी , क्युकी हम भी तो दो वर्ष से नजर नहीं आ रहे है तेरी वजह से किसी भी कॉमिक में ,,,, बड़ा बोलता फिरता था थाम्बा , आखिर rc ने तुझे थाम्बा कर ही दिया 
सूरज – मोनिका ये गलत बात है , तुझसे पयार करता और तू मुझे दुत्कारती फिरती है ,,, जानती है तेरा नाम सोनिका ( सोनू ) ही ठीक था , जब से तेरा नाम मोनिका हुआ है मै अपना मनपसन्द गाना भी नहीं गा पाता ( मोनिका ओ माय डार्लिंग आ आ आ अहा ) 
मोनिका – अच्छा और तुहारी वजह से जो मै अपने पसंदीदा सुपर हीरो से बात भी नहीं कर पाती उसका क्या 
सूरज – पसंदीदा सुपर हीरो , वो तो मै हु न 
मोनिका – पसंदीदा और वो भी तूम , तुम्हे कौन पसंद करेगा , हमेशा नाले की बदबू आती  रहती है तुमसे , अरे तुम्हे तो ये भी नहीं कह सकती की जा जाके नाले में सकल देख अपनी ,,, मेरा प्यारा हीरो तो सुपर से ऊपर कमांडो ध्रुव है , क्या बॉडी है उसकी , कित्ता क्यूट और सेक्सी लगता है , 
सूरज – अरे अब बस भी करो , rc का दुलारा है वो और वो तुम्हारा पसंदीदा है , अरे नताशा को भूल गई क्या , कच्चा चबा जाएगी वो तुम्हे मेरी मोनिए ( मोनिका ) और रही सही कसर रिचा पूरी कर देगी , काली कैट है वो , अपने पंजो से नोच डालेगी तुझे 
मोनिका – अहाहाहा  , बड़ा आई मुझे अपने पंजो से नोचने वाली अरे उस मुई को तो मै गन्ने की तरह क्षिल डालुगी न जाने कबसे ध्रुव के पीछे पड़ी है , बेचारी नताशा ध्रुव के लिए अपना सब कुछ छोड़ दिया और उससे मिला क्या बाबा जी का ठुल्लू ( अब वो अपने कलपुर्जे वाले पपा की तरह कलपुर्जो ( मशीन ) वाली कुड़ी बन गयी , और उस मुई रिचा को  , मेरे प्यारे ध्रुव की पहली वाली वो भी लॉन्ग टाइप पप्पी और वो भी लिप लिप वाली मिली , ,,,, ये नए वाले लेखक मुझे मिल जाये जिसने ध्रुव - रिचा की पप्पी वाली पेज लिखी है , उसे अलसी – बुलसी ( डोगा के कुत्ते ) से ऐसी पप्पा (पप्पी) दिलवौगी की पप्पी वाली पेज ही लिखना भुला जायेगा ,,, हुह
सूरज – अरे मेरी बात करो यार , rc तो भूल ही चूका है और तुमलोग भी मेरी बात छोड़ कर किसी भी नील पीले ( सुपर से ऊपर कमांडो ध्रुव ) की बात करने लगते हो , 
मोनिका – चुप करो भौ भौ  ( सूरज ) नै करुँगी , अब बात नहीं करुँगी प्यारे ध्रुव की , 
सूरज – मुझे क्यों बुलाया था , जरुरी काम छोड़ कर आया हु 
मोनिका – जीम में झाड़ू लगाना था , यही जरुरी काम है न 
सूरज फिर से भोच्चक्का रह गया 
सूरज – तुम्हे कैसे पता , मेरा मतलब मुझे और भी जरुरी काम है , और जीम की सफाई उनमे से एक है 
मोनिका – अब बस भी करो डोगु प्यारे , मैंने ही मोहर सिंह को कहकर तुमसे झाड़ू पोछा करवाने को कहा था , वैसे भी छोटे मॉटे काम करते रहो तुम्हारी सेहत के लिए अच्छा है , किस्सी ( किसी ) दिन rc ने गलती से तुम्हे याद कर लिया तो तेरी बॉडी अछछे से मूव तो करेगी  
सूरज – हा हा ठीक है , चलता हु , ( न चाय पूछा न पानी और याद दिला दी मेरी नानी ) 
मोनिका – कहा निकल लिए , जाते जाते चीता भेया से मिलते जाओ उन्हें तुमसे कुछ गुर्र गुर्र ( बात ) करनी है

दृश्य ५ 

चीता गराज में अपनी जीप ( गड्डी ) की मरम्मत कर रहा है 
सूरज – क्यों साले शाब क्या हुआ , अपना मुह काला क्यों किये बैठे हो 
चिता – गुर्र गुरर गर्र गररार
सूरज – अरे आदमियों की तरह बोल मै कुत्तो की भाषा समझता हु बिल्लियों ( चीतों ) की नहीं 
चीता – जयादा बक बक मत करो और मै तेरा साला अभी हुआ नहीं , rc ने तेरी रिश्ते की बात मोनिका से कर तो दी पर उसपे हल्दी चन्दन और फूल चढ़ाना भूल गयी इसीलिए तेरी शादी नहीं हुई है अभी तक मनु ( मोनिका ) से 
सूरज – अमा नाराज क्यों होते हो चीता प्यारे अच्छा बताओ किसलिए हमें याद किया 
चीता – ये लो ( मोटा बण्डल ) , ये rc को कूरियर कर दो

सर्वनायक -3 मस्ती में खिखिखि अध्याय - युग्म का रहस्य -राज कॉमिक्स की कॉमेडी कहानी-2

सर्वनायक ।।।

मस्ती में खिखिखि अध्याय - युग्म का रहस्य । 

लंच टाइम में गपशप -

नागराज - अच्छा एक बात बताये महाबली । आप अलोप से भोकाल बनने के लिए " भो भो काल " क्यों चिल्लाते है । 

भोकाल - अरे यार ये सब शब्दांकन करने वालो की करतूत है । वे इफ़ेक्ट डालने के लिए " भो भो काल " लिख देते है । गुररर । 

नागराज - हम्म । अच्छा एक और बात बताये । 

भोकाल - पूछो पूछो । 

नागराज - भोकाल से दोबारा अलोप बनने के लिए आप क्या करते है । जरूर " आ आ लोप " बोलते होंगे है ना । हिहिहि । 

भोकाल - कभी ध्यान नही दिया इस बात पे लेकिन तुम ये सब पूछ क्यों रहे हो  कही मेरा मजाक तो नही उड़ा रहे ? 

तभी आवाज आती है । स्कसकसकसक ....... । 

नागराज - मेरे आने से पहले आते है सांप ओर उसके आने से पहले आती है स्कसकसक कि आवाज । 

भोकाल - किसके आने से पहले ? 

नागराज - शक्ति शक्ति शक्तिमान ।

शक्तिमान - वाह अच्छा हुआ दोस्त मैं सीधा तुम्हारे पास पहुचा । 

नागराज - तुम यहाँ कैसे मित्र । 

भोकाल - मुझसे भी मिल लीजिये " शक्ति शक्ति शक्तिमान " । 

शक्तिमान - मैं शक्तिमान हू, शक्ति शक्ति शक्तिमान नही । गुररर । 

भोकाल - पर अभी नागराज तो तुम्हे शक्ति शक्ति शक्तिमान बुला रहा था । 

शक्तिमान - ये क्या हरी खाल में लाल चड्डी । मेरे आने पे मेरा उपहास उड़ाया तुमने । 

नागराज - अरे नही नही मित्र । वो तो तुम्हारा इंट्रो दे रहा था इसलिए एक्साइटमेन्ट में बोल बैठा । 

भोकाल - ऐसे आप बिन बुलाए कैसे पधारे यहां । सर्वनायक में तो आप है ही नही । 

शक्तिमान - आना पड़ा भोकूँ । अभी अभी सप्त ऋषिगण ने मुझे बताया है कि युग्म कोई और नही तमराज किलविष है जो युग्म के भेष में युगों को नष्ट कर हर युग मे अंधेरा फैलाना चाहता है । 

भोकाल - मेरा नाम भोंकु नही है लाल वस्त्र में सूरजमुखी के फूल । 

शक्तिमान - मेरा नाम भी शक्ति शक्ति शक्तिमान नही है स्विमिंग सूट धारक । 

नागराज - अरे गुस्सा न करे आप दोनों । अब जो शक्ति शक्ति शक्तिमान ने युग्म का रहस्य उजागर किया है तो उसका हमे फायदा उठाना चाहिए । 

शक्तिमान - गुररर । तूने फिर से उपहास उड़ाया मेरा । 

भोकाल - खिखिखि । 

शक्तिमान - हस मत तीन पत्नी वाले । 

भोकाल - बहुत जोर की खिखिखि । 

शक्तिमान - बहुत जोर से की हुई क्रोध में गुर्रर्ररर । 

नागराज ओर भोकाल गिरते पड़ते - खिखिखि । 

तभी वहां शक्ति आती गई । 

शक्ति - क्या हो रहा है यहां । 

भोकाल - ये लो । पहले शक्ति शक्ति शक्तिमान आया और अब आयी   सुईईईईईई शक्ति । 

शक्ति - मैं सिर्फ शक्ति हू, सुईईईईईई शक्ति नही । और ये सुईईईईईई क्यों जोड़ा मेरे नाम से । 

नागराज - वो क्या है न की तुम प्रकाश की गति से उड़ती हो ना तो तुम जहा भी जाती हो और कही से भी आती हो तो सुईईईईईई की आवाज आती है । 

इत्ता कहते ही नागराज और भोकाल फिर से खिखियाने लगे । खिखिखि 

दोनो की खिखिखि शक्ति के दोनों को जोर का चांटा  ( चटाक ) जमाने के साथ बन्द हुई । 

शक्तिमान - खिखिखि । 

शक्तिमान के हसते ही एक जोर का चांटा उसे भी शक्ति से पड़ा  ( चटाक )

शक्ति के चांटे के पड़ते ही तीनो एक लाइन से गांधी जी के बंदर तीन के तरह खड़े हो जाते है ।  

क्रमशः 

आगे की कहानी कल । कल होगा इस कथा का अंत । क्योंकि किलविष उर्फ युग्म का कल होगा अंत .......

विशर्पी की मोहब्बत- राज कॉमिक्स की कॉमेडी कहानी-1

😘 विशर्पी की मोहब्बत 😘


विशर्पी - आई लव यू !

अन्थोनी - क्या बोल रही हो विशर्पी नागराज ने सुन लिया तो मेरा कचूमर बना देगा ।

विशर्पी - उसने तुम्हे कुछ किया तो मार के उसका भरता बना दूंगी ।

अन्थोनी - अरे मै मुर्दा हू । मुझसे प्यार का क्या फायदा ।

विशर्पी - जिससे प्यार किया वो दूर के रिश्ते में भाई निकला । अब जब भाई वाला राज खुला तो पता चला की भाई बनने से पहले ही वो फिर से दूर चला गया जिस कारन वो कभी भाई बना ही नही । लेकिन ये दूर वाली बात है की दूर रहते हुए उसको एक बच्चा भी हो गया और दूर रहते हुए भी उसके साथ भारती नाम की फेसलेस रहती है जो दूर से ही उसे बहुत प्यार करती है । और एक बार बहुत दूर के मिशन में उसने एक नागिन को अपने जिस्म में घुसा लिया जो अब उसके दिल में रहती है ।

अन्थोनी - अरे बस बस । तेरा दर्द समझ में आ गया ।

विशर्पी - इस दर्द को तुम क्या समझोगे पहले बताओ नाग्दविप चल के साथ फेरे लोगे या चर्च चल के पादरी के सामने किस्सी करोगे ।

गुर्र्र-र्र्ररर्र्र । बहुत जोर वाली गुर्रर्र | इत्ती जोर की गुरर्र की जैसे बहुत जोर की गुरर्र ।

नागराज - दगाबाज नागिन तेरी ये मजाल । मेरे पीछे इस मुर्दे के साथ प्रेम रुमाल ।

अन्थोनी - भाई मुझसे लड़ना मत ले जा इसे बेचारी तेरे प्यार में पागल है ।

नागराज - तो अभी जो मैंने सुना वो क्या था ?

विशर्पी - वो मेरा सच्चा वाला प्यार था ।

नागराज - मार के दन्त मंजन बना दूंगा तुम्हारा नागिन । और तू  रे मुर्दे मेरी विशर्पू को पटा रहा देख अब मै तुझे कहा कहा पटाता हू ।

और फिर नागराज मार मार के अन्थोनी का कीमा बना देता है ।

विशर्पी - अले मेरा जानू किट्टू प्यार करता है मुझसे ।

नागराज - अभी मै जानू बन गया ।

विशर्पी - मै तुम्हे नही अन्थोनी को बोल रही थी ।

नागराज भूल गया था मुर्दा अन्थोनी मर नही सकता | अन्थोनी अपनी सिलाई कर के नागराज का ओह माय डॉग कर देता है | 

ओह माय डॉग - जब पीछू पे लात पड़े तो मुह से निकले ओह फिर अग्गु में लात पड़े तो मुह से निकले माय और जब दुनु जगह लात पड़ने से दर्द हॉवे तो मुह से निकले डॉग ।

नागराज का ओह माय डॉग करके विशर्पी अपने नए प्यार के साथ चर्च या नाग्दविप दोनों में से किसी एक जगह चल देती है । 😜😜😜🤪🤪

🐍 तक्षिका 🐍

नगीना पिक्चर लगी थी , घुस गया  ! इच्छाधारी नागिन का कंसेप्ट पसंद आया ...सोचता हुआ सो गया ....!!.

अचानक सीने पर कुछ हलचल सी लगी , आँख खुली तो मुँह भी खुल गया .. साक्षात नागराज कुंडली मारे फन फैलाए बैठे थे । बोले , " ये बताओ मेरी बेटी तक्षिका में तुम्हे क्या दिखाई दिया जो पसंद आ गयी !? "

मैं बोला , " तक्षक अंकल , साफ़ बोलूँ तो पहला कारण उसका अदाएं दिखाते और बल खा खा कर केंचुली बदलना था , लगा कि आज के ज़माने के हिसाब से सही बैठेगी  ! दूसरा कारण जिस तेजी से ज़हर उगलती है न , लगा पूरी तरह गृह कार्य में दक्ष है कोई भी फालतू के रिश्तेदार फटकेंगे नही बिल में ....मतलब घर मे , और तीसरा कारण  उसकी लपलपाती और उफ्फ दोमुंही डिप्लोमेटिक जीभ .. हवा में सूँघ के बता दे की कहाँ क्या अच्छा है या बुरा ! अब आप उसकी पूंछ .. मतलब हाथ मेरे हाथ मे दें तो गले में डाल लूँ ! 

अंकल इम्प्रेस हो गए पूछे इतना गहन ज्ञान मिला कहाँ से तो मैंने कहा, " नगीना  देखी सर जी श्रीदेवी , ऋषि कपूर ..क्या डांस किया बीन पर , मैं तेरी दुश्मन तू दुश्मन मेरा .."

फिर वही हुआ , माँ मुझे मुझे जगा रही , अरे क्या बोल रहा है दुश्मन , ज़हर , केंचुली .. छोड़ हाथ की क़लम और पैरों पर खड़ा हो जा पकौड़े ही बेंच ले ..!!

Sunday, 10 May 2020

भारतीय कॉमिक्स के फीमेल चरित्र की लिस्ट

🔴Indian comics में female कॉमिक्स characters 
(लेकिन सिर्फ lead character, साइड किक , जैसे चंडिका, शीना। नहीं।)

 1.शक्ति-राज कॉमिक्स
2.लिज़ा-किंग कॉमिक्स
3.मकड़ी रानी।-मनोज कॉमिक्स
4.कांगा-मनोज कॉमिक्स
5.शैरी-गंगा चित्रकथा
6.लाली डाली
7.जुड़ो क्वीन राधा।-राधा कॉमिक्स
8.पिंकी-डायमंड कॉमिक्स
9.चन्नी चाची।-डायमंड कॉमिक्स
10.ताई जी।-
11.श्रीमती जी
12.जंगल क्वीन।डायमंड कॉमिक्स
13.विंग स्टार मिज़ो
14.चैरी-फैंग
15.मीना
16.देवी-वर्जिन कॉमिक्स
17.उत्तरा
18.प्रिया शक्ति।
19.सविता भाभी।
20.वेल्लामा
21.लाली डाली-आनंद चित्रकथा
22.सोनी संपत।
23. टिंकी -फोर्ट कॉमिक्स
24.गुफीना-फोर्ट कॉमिक्स
25.मिन्नी।
26.दादी माँ-नूतन कॉमिक्स
27.छुटकी-नूतन
28.शालू कालू।
29.तबस्सुम-स्टार कॉमिक्स
30.टिन्नी 
31.टुनटुन।
32.शैलबाला।
34.शेखर-सुमन
35.यूमि।
36.मपुई।
37.भाभी जी।
38.मास्टरनी जी।-मधु मुस्कान।
39.नानी जी।
40.नागरानी
41.ताई जी।
42.रज़िया रानी-रविन्द्र रवि प्रोडक्शन
43.शामिलि-अनिल चित्रकथा।
44.सिमान
45.सोनू-मोनू
46.गुड़िया रानी-नूतन चित्रकथा
47.फूल कुमारी-मधु मुस्कान।
48.स्नेक वुमन-वर्जिन कॉमिक्स।
49.बादल-बिजली -पवन कॉमिक्स।
50.पारो-इंद्रजाल।
52.मिन्नी-लोटपोट 
53.छुटकी-लोटपोट
54.रिंकी-लोटपोट
55.prati..???
56.चीटू नीटू
57.दबंग गर्ल
58.बीर- बाला

Monday, 4 May 2020

कॉपीराइट से जुड़ा टॉपिक

सवाल यह आया कि किताब खरीद ली तो उसका पीडीएफ बनाकर बाँटने में क्या दिक्कत है? जवाब भी दिया गया कॉपीराइट आदि के सन्दर्भ में।


यदि कॉपीराइट एक्ट न होता और यह कानूनन अवैध न भी होता तो सोचकर देखिये कि क्या होता।

आपके घर में कोई मजदूर काम करता है तो क्या आप उसे मेहनताना देते हैं? यदि हाँ तो उसे यह कह कर भगा तो नहीं देते कि काम हो गया अब क्यों दें पैसे?

एक किताब के बनने में सबसे पहले लेखक की मजदूरी होती है। एक किताब एक दिन में नहीं लिखी जाती। कई दिन और रातें भी लगती हैं। लेकिन तुरंत हाथ में मजदूरी नहीं आती।

फिर उस किताब पर सम्पादक मेहनत करते हैं। सम्पादक के बाद प्रकाशक उसे छपवाते हैं और बेचते हैं। ऐसा नहीं है कि एक किताब बिक जाने से सारा खर्च निकल गया। जी नहीं। सिर्फ छपवाने का खर्चा निकालने में हजार से ज्यादा किताबें बेचनी होती हैं। कई बार लेखक को इसके बाद रॉयल्टी मिलनी शुरू होती है।

अब सवाल आता है कि रॉयल्टी कितनी मिलती है?

सामान्य लेखक हैं तो 8 रुपये, और बहुत बड़े लेखक हैं तो अधिकतम 15 रुपये एक प्रति बिकने। यह बात मैं उपन्यास आदि के संबंध में बता रहा हूँ। अकादमिक का मामला अलग है।

अब यदि आपने एक प्रति ली, लेखक को औसत दस रुपये मिल गए।

आपने उस किताब की पीडीएफ बनाई और लोगों में बाँट दी। अब हर व्यक्ति जो उस पीडीएफ को पढ़ रहा है, वह प्रकाशक के दस और लेखक के दस चुरा रहा है। जी, यह चोरी ही कही जाएगी।

एक आश्चर्यजनक किंतु सत्य बात यह है कि भारत में अधिकतर हिंदी लेखकों को कुल मिली रॉयल्टी इतनी भी नहीं है जितनी एक मजदूर को एक दिन में मजदूरी मिल जाती है।

सच कहूँ तो पीडीएफ बाँटना ठीक वैसा ही है जैसे ताजमहल बनाने के बाद बनाने वालों के हाथ काटना।

Friday, 1 May 2020

राज कॉमिक्स की हास्यास्पद खबरें-2 🤣🤣🤣🤣🤣😁😁😁😁😁😁😁😁😁


राज यूनिवर्स के आज के मुख्य समाचार कुछ इस प्रकार है । 

1. सनबर्न फेस्टिवल में बिहार आए इंस्पेक्टर स्टील , मेगागन हुई चोरी । ☀️🔫

2.विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि डोगा की आने वाली मूवी में डी.जे मुर्दा एंथोनी अपना संगीत देगे। कहा फिर से संगीत कला के रास्ते में टेलीपोर्ट होना चाहते है। 🎥🎸

3.असुर राज शंभूक के जन्मदिवस पर सम्मिलित हुए सारे महाखलनायक ,  नगीना उनके मन को भा गई। जल्द ही रचाएंगे शादी। 🥳🍰 👰

4. तिलश्मदेव शक्ति को लेकर हुए ओवर पॉसिसिव , खास कर परमाणु  तथा तिरंगा डोगा ध्रुव इत्यादि से मिलने पे लगाया रोक टोक। कहा वो लोग गंदे बच्चे है , पूरी महिला आयोग आज तिलश्मदेव के पीछे पड़ी हुई है।☀️💔

7.फुजो बाबा ने करवाया क्लीन शेव , पहने पैंट शर्ट। कहा एक ही लूंगी - बनियान लुक से बोर हो गए थे। 🪒

8.डोगा की लाल अंडरवियर , नहीं नहीं अपरवियर  देख कर  सांड बिफरा। 😆 डोगा ने लगाई दौड़। यमुंडा ने बचाया डोगा को।🐂🐂

9. परमाणु ने तिरंगा पर आज छल्ले छोड़ ही दिए , बार बार कहने के बवजूद  भी वो शीना के साथ आज C.P पे भेलपुरी खाता हुआ दिखाई दिया ।

10. नागराज के नाक के नीचे से सौड़ांगी, शीतनाग के साथ फरार। नागराज कोमा में। विसर्पी - भारती ने कहा बहुत अच्छा हुआ। 🐍

11. लॉकडाउन में रानी स्वर्णलता ने किया  बेलन मारो चैलेंज की शुरुआत , राजा विक्रम सिंह के बाद पूरे राज्य के पुरुषों में खलबली। 🩹

12.   5 रुपए चुरा कर भागते चोर का पीछा करते हुए ध्रुव की बाइक हुई पंचर, नहीं पकड़ पाया चोर को । ब्रह्मांड रक्षकों ने उड़ाई खिल्ली। 😒

13. कालदूत को लगी मदिरापान कि लत , मुंबई में  विषाला  के साथ डिस्को बार  में कपल एंट्री पास लेते हुए काउंटर में गमराज ने देख लिया । 🍻 बहुत है कड़ी निंदा हो रही है इस बात की।

14. 200 साल के बाद आज भेड़िया ने किया अपने दांतों को ब्रश। जंगल वासियों ने पूछा क्या आपके कोलगेट में नमक है? 🦷

15. वेदाचार्य ने केश किंग लगा कर अपने सर पे  काले घने बाल उगाए , भारती ने लगाया आरोप - छुप छुप कर नागरानी के आयाम में वेदवानी से मिलने जाया करते है।👨‍🦳👩‍🦳

इसी के साथ आज के समाचार समाप्त हुए । फिर मिलेगे अगले समाचार के साथ - आपका संवाददाता बलवंत। 🤧

राज की शोले-राज कॉमिक्स की कॉमेडी कहानी-17


राज की शोले:-
पार्ट १
राजनगर में :-
ध्रुव नुक्कड़ की दुकान पर पान खा रहा था, तभी उसका फोन बजता है ,  वह स्क्रीन पर देखता है कॉल नागराज का था। ध्रुव मन में- (इस गेहूंअन की दूम ने फिर उधार मांगने के लिए कॉल किया होगा कसम से अगर सौड़ांगी इसके भिंडी जैसे हरे शरीर में नहीं रहती तो इसका नंबर ब्लॉक लिस्ट में डाल देता कमबख्त को अभी पिछले महीने श्वेता की पर्स से चुरा कर पूरे ₹300 दिए थे।)
अनमने मनसे ध्रुव कॉल रिसीव करता है ।
ध्रुव:- हाँ भाई सॉरी यार पापा ने इस महीने की पॉकेट मनी अभी तक नहीं दी यार तू स्टील से उधारी मांग ले उसे अच्छी तनख्वाह मिलती है और उसके खर्चे भी कम है , खाता पीता तो है नहीं वो टीन का डब्बा ।
नागराज :- अरे ध्रुव मेरे भाई कैसी बात कर रहा है तू क्या मैं सिर्फ उधारी मांगने के लिए तुझे कॉल करता हूं, एक तू ही तो है जिससे मैं सारे दुख दर्द की बातें कर…

राज की शोले:-
पार्ट -२
नागराज:- अरे मजनूँ की औलाद यहाँ मेरी लगी पड़ी है और तुझे आशिकी सुझ रही है।
ध्रुव:- क्या हुआ भाई ।
अब आगे . . .
नागराज :- यार कल मैं एक अपराधी का पिछा करते-करते राजनगर आ गया और उसे पकड़ने के लिए नागरस्सी का प्रयोग किया, पर सांप देख कर कुछ बच्चे रोने लगे तो पुलिस वाले बच्चों को डराने के जुर्म में मुझे पकड़कर थाने ले आए . . .
ध्रुव:- नागराज मेरे भाई तू सच बोल रहा है या मैं फोन काटुँ ।
नागराज:- अरे मैं सच बोल रहा हूं . .
ध्रुव:- तुम्हारे पास तीन पल का वक्त है सच बोलने के लिए, एक. . दो . . ती . . . 
नागराज:- अरे रुक रुक मेरे भाई बताता हूं, दरअसल तुम्हें तो पता है ही कि दादा वेदाचार्य खजाने से निकालकर जितना महीने भर का खर्च देते हैं उतने में मेरा तो काम चल जाता है पर इस महंगाई के जमाने में दो-दो अबला कन्याओ ( विसर्पी और भारती ) के खर्च और नखरे उठाने मुश्किल है , और ऊपर से नागीश के पढ़ाई का खर्च भी उठाना पड़ता है,तो मुझे  हें . . हें . . हें . . कुछ रुपए की जरूरत थी और ऐसे में मुझे हें . . हें . .हे . . एक तुम ही याद आए। तो मैं राजनगर तुमसे मिलने आ रहा था कि तभी राज नगर बस स्टॉप पर एक सुंदर अबला कन्या दिखी तो मैं उसके पास उसे अपना व्हाट्सएप नंबर देने गया कि हें . .हे . . हे . . अगर कोई मुसीबत  आए तो अपने इस आशिक म . . मेरा मतलब नागराज को याद करना । पर पता नहीं क्यों वह कन्या डर गई और पुलिस वालों को बुलाकर बोलने लगी यह बेशर्म मुझे चड्डी पहन कर छेड़ रहा है , और इतनी सी बात पर पुलिस वाले मुझे पकड़कर थाने ले आए हैं . .
ध्रुव:- अबे छिछोड़े तो तू सुधरता क्यों नहीं, तीन तीन लड़कियां घुमाता है फिर भी कहीं भी लड़कियां देखी नहीं की पिघल जाता है। मुझसे सीख कुछ मेरी तरह सख्त लौंडा बन ।
नागराज:- अबे प्रवचन बंद कर खुद दो-दो ( रिचा और नताशा ) घुमाता है और मेरी वाली भारती पर भी लाइन मारता है , सौड़ांगी को भी नहीं छोड़ा और बड़ा सख्त लौंडा बनता है । खैर छोड़ मेरे भाई मेरे थोड़ी रिक्वेस्ट ( थोड़ी मतलब बहुत सारी रिक्वेस्ट मतलब पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने वाली मतलब डेढ सौ क्विंटल आंसू बहाने के बाद ) पर किसी एक व्यक्ति को कॉल पर बात करने की इजाजत मिली है तो मैंने तुमको कॉल किया है ।
ध्रुव:- पर मुझे क्यों, मैं क्या कर सकता हूं।
नागराज:- अरे मेरे यार का बाप थानेदार है तो मैं किसे याद करूँगा , चल जल्दी से पापा से बात कर के मुझे छुड़वा यार ।
ध्रुव:- अबे पागल है क्या पापा बहुत इमानदार है , वे कुछ सिफारिश नहीं करने वाले उल्टा एक अपराधी की सिफारिश करने के लिए मुझे भी अंदर डलवा देंगे ।
नागराज:- भाई प्लीज यार . . .
ध्रुव:-  ( झूठ का ) हेलो . . हेलो . . नागराज भाई तेरी आवाज नहीं आ रही . . .अच्छा मैं रखता हूं . . .
नागराज:- अरे ध्रुव सुन तो . . अरे सौड़ांगी तुम्हें क्या हुआ . . क्या बहुत बदबू लग रही है . . थाने में चक्कर आ रहे हैं . . डर लग रहा है . . तू डर मत अपना ध्रुव आ रहा है, वो आएगा और हमें बचाएगा , तू आ रहा है ना ध्रुव।
ध्रुव:- क्या हुआ सौड़ांगी को नागराज , कमीने अपने साथ साथ उसे भी फँसवा देता है , तू बोल उसको घबराए मत उसका यार म . . मेरा मतलब तेरा यार ध्रुव आ रहा है अपनी फटफटिया से । 
कहानी जारी है . . .
ध्रुव आ रहा है  . . .