कैसे हो मित्रो
बहुत दिन बाद आपकी सेवा में हाजिर हुआ हूँ
हे देव कालजयी 🐍: पढ़िए नई कहानी जो देगी मन को
हे देव कालजयी 🐍: उधर ध्रुव युगमक्षेत्र में अपने दिमाग के घोड़े दौड़ा रहा था और इधर बैठे-बैठे सब बोर हो रहे थे ।।
शक्ति - चलो अंताक्षरी खेलते है ।।
डोगा ( बिफर के ) - हूह । खेलना है तो कोई मर्दो वाला खेल खेलो । ये औरतों वाला खेल मुझे नही खेलना ।।
शक्ति ( गुस्सा होके गुस्से को काबू करते हुए ) - चलो अंताक्षरी छोड़ो । कुश्ती लड़ते है ।।
डोगा - शब्बाश । ये हुई न मर्दो वाली बात । मैं तैयार हूं बोलो किससे कुश्ती ....
डोगा के बात पूरी करने से पहले ही शक्ति ने डोगा को उठाया और लगातर 20-30 धोबी पछाड़ दे मारा ।।
शक्ति - मजा आया मर्दो वाले खेल में ।
डोगा ( दर्द से तड़पते हुए ) - आआआएहह । मार डाआललल्लल्लाआआ रे ।।। बहूऊऊऊ ।। बहुत जोर की बहुहऊऊऊऊ
।।
भोकाल - देवी शक्ति । ये अंताक्षरी क्या होता है । जरा हमे भी बताए ।
शक्ति ने आव देखा ना ताव और भोकाल की टांग पकड़ उसे भी डोगा की तरह 20-30 पठकनी दे मारी ।।
भोकाल ( दर्द से चिंघाड़ते हुए ) - भो भो कालळळळळळळळळ ।
।।
रक्षक मंडली ठहाके लगाते हुए पेट पकड़ लेती है ।
।।
भोकाल ( जैसे तैसे अपने आंसुओ पे काबू करते हुए ) - देवी शक्ति । हमने आपको देवी कहा और आपने हमे धो दिया । ऐसा भी कोई करता है भला ।
शक्ति ( अत्यधिक क्रोध में ) - नारियों पे अत्याचार करने वाला चाहे कोई तुझ जैसा महाबली क्यों न हो । शक्ति नारियों पे अत्याचार करने वाले कि बलि ले लेती है ।
भोकाल ( चौक के ) - अरे मैने किस नारी पे अत्याचार किया ?
।।
भेड़िया - तुरीन श्री के होते हुए दो और विवाह कर लिया आपने तो पहला अत्याचार तुरीन श्री पे । फिर ना जाने क्या मिर्गी चढ़ी की आपने सलोनी को त्याग दिया । रूपसी तो फिर भी त्याग के लायक थी पर सलोनी श्री से क्या गलती हुई । बिना कोई गलती के सलोनी श्री पे अत्याचार । अब शक्ति आपको धोएगी नही तो और क्या करेगी ।
।।
भोकाल ( अपनी गलती पे पछता कर ) - यहां से लौटते ही सलोनी को वापस अपने पास बुला लूंगा । अब तो गुस्सा थूक दीजिए शक्ति ओर बताए कि ये अंताक्षरी होती क्या है ।
अपेक्षा तो भोकाल को शक्ति से अंताक्षरी के ज्ञान के प्राप्ति की थी लेकिन फिर से शक्ति ने भोकाल को उठाया और अबकी बार 30-40 धोबी पछाड़ दे मारे ।
भोकाल तड़प के रोते-चिल्लाते हुए - तू शक्ति नही चुड़ैल है । मुझे नही खेलना अंताक्षरी ।
भेड़िया - रोते नही महागुरु ।
भोकाल ( बहुत जोर से रोते हुए ) - रोऊँ नही तो और क्या करूँ । बात-बात ये लड़की कूटे जा रही मुझे । बहुत जोर की बुहूऊऊऊ । बहुत बुरी है ये । बहूऊऊऊ ।
भेड़िया - अब आप सलोनी श्री को वापस बुला लेंगे तो तुरीन श्री का दिल फिर से दुखेगा इसीलिए शक्ति ने फिर से आपको धो दिया ।
भोकाल - मतलब एक तरफ कुंवा दूसरी तरफ खाई ।
भेड़िया - आपकी तो आयी शामत आयी ।
भोकाल - अब मैं क्या करूँ ।
भेड़िया - अपने दल में भाग लो । शक्ति का गुस्सा फिर से डोगा पे उतरेगा ।
इत्ता सुनते ही भोकाल वहां से अपने दल में दुड़की हो लेता है और शक्ति फिर से डोगा को कूटने लगती है ।
समाप्त ।
बहुत दिन बाद आपकी सेवा में हाजिर हुआ हूँ
हे देव कालजयी 🐍: पढ़िए नई कहानी जो देगी मन को
हे देव कालजयी 🐍: उधर ध्रुव युगमक्षेत्र में अपने दिमाग के घोड़े दौड़ा रहा था और इधर बैठे-बैठे सब बोर हो रहे थे ।।
शक्ति - चलो अंताक्षरी खेलते है ।।
डोगा ( बिफर के ) - हूह । खेलना है तो कोई मर्दो वाला खेल खेलो । ये औरतों वाला खेल मुझे नही खेलना ।।
शक्ति ( गुस्सा होके गुस्से को काबू करते हुए ) - चलो अंताक्षरी छोड़ो । कुश्ती लड़ते है ।।
डोगा - शब्बाश । ये हुई न मर्दो वाली बात । मैं तैयार हूं बोलो किससे कुश्ती ....
डोगा के बात पूरी करने से पहले ही शक्ति ने डोगा को उठाया और लगातर 20-30 धोबी पछाड़ दे मारा ।।
शक्ति - मजा आया मर्दो वाले खेल में ।
डोगा ( दर्द से तड़पते हुए ) - आआआएहह । मार डाआललल्लल्लाआआ रे ।।। बहूऊऊऊ ।। बहुत जोर की बहुहऊऊऊऊ
।।
भोकाल - देवी शक्ति । ये अंताक्षरी क्या होता है । जरा हमे भी बताए ।
शक्ति ने आव देखा ना ताव और भोकाल की टांग पकड़ उसे भी डोगा की तरह 20-30 पठकनी दे मारी ।।
भोकाल ( दर्द से चिंघाड़ते हुए ) - भो भो कालळळळळळळळळ ।
।।
रक्षक मंडली ठहाके लगाते हुए पेट पकड़ लेती है ।
।।
भोकाल ( जैसे तैसे अपने आंसुओ पे काबू करते हुए ) - देवी शक्ति । हमने आपको देवी कहा और आपने हमे धो दिया । ऐसा भी कोई करता है भला ।
शक्ति ( अत्यधिक क्रोध में ) - नारियों पे अत्याचार करने वाला चाहे कोई तुझ जैसा महाबली क्यों न हो । शक्ति नारियों पे अत्याचार करने वाले कि बलि ले लेती है ।
भोकाल ( चौक के ) - अरे मैने किस नारी पे अत्याचार किया ?
।।
भेड़िया - तुरीन श्री के होते हुए दो और विवाह कर लिया आपने तो पहला अत्याचार तुरीन श्री पे । फिर ना जाने क्या मिर्गी चढ़ी की आपने सलोनी को त्याग दिया । रूपसी तो फिर भी त्याग के लायक थी पर सलोनी श्री से क्या गलती हुई । बिना कोई गलती के सलोनी श्री पे अत्याचार । अब शक्ति आपको धोएगी नही तो और क्या करेगी ।
।।
भोकाल ( अपनी गलती पे पछता कर ) - यहां से लौटते ही सलोनी को वापस अपने पास बुला लूंगा । अब तो गुस्सा थूक दीजिए शक्ति ओर बताए कि ये अंताक्षरी होती क्या है ।
अपेक्षा तो भोकाल को शक्ति से अंताक्षरी के ज्ञान के प्राप्ति की थी लेकिन फिर से शक्ति ने भोकाल को उठाया और अबकी बार 30-40 धोबी पछाड़ दे मारे ।
भोकाल तड़प के रोते-चिल्लाते हुए - तू शक्ति नही चुड़ैल है । मुझे नही खेलना अंताक्षरी ।
भेड़िया - रोते नही महागुरु ।
भोकाल ( बहुत जोर से रोते हुए ) - रोऊँ नही तो और क्या करूँ । बात-बात ये लड़की कूटे जा रही मुझे । बहुत जोर की बुहूऊऊऊ । बहुत बुरी है ये । बहूऊऊऊ ।
भेड़िया - अब आप सलोनी श्री को वापस बुला लेंगे तो तुरीन श्री का दिल फिर से दुखेगा इसीलिए शक्ति ने फिर से आपको धो दिया ।
भोकाल - मतलब एक तरफ कुंवा दूसरी तरफ खाई ।
भेड़िया - आपकी तो आयी शामत आयी ।
भोकाल - अब मैं क्या करूँ ।
भेड़िया - अपने दल में भाग लो । शक्ति का गुस्सा फिर से डोगा पे उतरेगा ।
इत्ता सुनते ही भोकाल वहां से अपने दल में दुड़की हो लेता है और शक्ति फिर से डोगा को कूटने लगती है ।
समाप्त ।
1 comment:
😀
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