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Tuesday 25 December 2018

सर्वनायक श्रृंखला समीक्षा

 Spoiler Alert (जिन्होंने सर्वनायक श्रृंखला नहीं पढ़ी है वो इस पोस्ट को न पढ़े क्यूँकि इसमें कहानी के बारे में बहुत सी जानकारियाँ दी हुई हैं।)

युगम धरित्री अस्य:

सर्वनायक श्रृंखला - सर्वसार

अभी अभी पूरी सर्वनायक श्रृंखला पढ़ कर ख़त्म की। इस श्रृंखला में सबसे बड़ा चैलेंज ये आता था की ये कहानी इतनी बड़ी है और इस में अलग अलग मोर्चों पर इतने युद्ध चल रहे हैं की सबको याद रखना मुश्किल हो जाता है। शायद आप सब भी इसे महसूस करते हों। इसीलिए मैंने इस पोस्ट में सर्वनायक श्रृंखला में अलग अलग स्थान, आयाम और समयकाल में चल रहे युद्ध का सार बताने की कोशिश की है जिससे आने वाले पार्ट्स पढ़ने में थोड़ी सुविधा हो और कहानी याद रखने में मदद मिले। अगर इस श्रृंखला को पढ़ते हुए आपने कुछ रोचक बातें नोट की हो तो कमेंट में ज़रूर बतायें।

वर्तमान काल से:

1. युगम क्षेत्र में सर्वनायक प्रतियोगिता चल रही है। पुरातन काल और कलियुग के हीरोज दो - दो मुकाबले जीत कर बराबरी पर हैं (परमाणु, शक्ति, शुक्राल और योद्धा अपने अपने मुकाबले जीत चुके हैं)। इस समय भेड़िया और वल्लभ निब्यूलार में अपना अस्तित्व ढून्ढ रहे हैं (दोनों अभी एक - एक की बराबरी पर हैं)।

2. कोबी और अल्लार चाँद पर फोबोस और मोबोस से उलझ रहे हैं और इसका फ़ायदा उठाते हुए ग्रहणो उनकी ऊर्जा सोख कर खुद को शक्तिशाली बनाने में लगा है।

3. ग्रहणो अभी आकाशगंगाओं के खलीफा के साथ चाँद पर रेड स्टार एनर्जी में कैद है जहाँ से वह इस कार्य को अंजाम दे रहा है।

4. ग्रहणो और आकाशगंगाओं के खलीफा को रेड स्टार एनर्जी में कैद करने के बाद गगन और विनाशदूत पृथ्वी की ओर निकल गए हैं।

5. हिमालय पर अश्वराज और भेड़िया द्वारा मार दिए जाने के बाद झड़ोदा फूचांग से खुद को पुनर्जीवित करने की गुज़ारिश करता है। फूचांग कहता है की उसे वनस्पति से बने शरीर की आवश्यकता होगी (समुद्र मंथन से निकले पहले प्राणी अर्थवाक का भी शरीर ऐसा ही होता है और उसे भी अश्वराज और भेड़िया हिमालय पर मार देते हैं)।

6. युगम क्षेत्र से बाहर ले जाने के बाद चार दिशाओं के प्रतिनिधि तिरंगा को कार्य सौपते हैं - उसे समय में वह क्षण ढूंढ़ना होगा जिसकी वजह से पाषाण राक्षसों का आगमन होता है।

7. युगम क्षेत्र से बाहर ले जाने के बाद समय के चार पहरों के प्रतिनिधि तिलिस्मदेव को कार्य सौपते हैं - उसे द्वापरयुग और कलयुग में खुद से संपर्क स्थापित कर के एक तिलिस्म का निर्माण करना होगा।

8. किसी अनजान आयाम में योद्धा (अमोघ) ने महारावण को पकड़ रखा है।

9. हिन्द महासागर में समुद्र मंथन चल रहा है। इस में अडिग पर्वत की और कालदूत रस्सी की भूमिका निभा रहे हैं। नायकों की ओर से किरीगी, जिंगालू, सामरी, तक्षक और पंचनाग हिस्सा ले रहे हैं। खलनायकों की ओर से रोबो, मिस किलर, नगीना और ICU हिस्सा ले रहे हैं। तंतंत्रा अपनी शक्ति से और खलनायकों को बुलाने की कोशिश कर रहा है ताकि दोनों पक्ष बराबर रहें। नतीजन सधम भी खलनायकों के साथ समुद्र मंथन में शामिल हो चुका है। समुद्र मंथन से निकल कर ज्वालाव अभी तबाही मचा रहा है। मैडम कोल्ड, वर्गीस और शीतनाग उसे रोकने की नाकाम कोशिश कर चुके हैं इसलिए नगीना ने यक्ष राक्षस गरलगंट को मदद के लिए बुला लिया है।

10. तुरीन, शूतान, अतिक्रूर, तिल्ली और भेड़ाक्ष आसाम के जंगल में मौजूद पूर्वजो की धरती पर शक्तिद्वार खोलने की कोशिश कर रहे हैं। परिणामस्वरूप पुरातन काल के हीरोज़ की पाषाण प्रतिमाएँ उन पर हमला कर देती है।

11. भेड़िया के दुश्मन (कईगुल्ला, दौडंड, इत्यादि) और गरुड़ मिल कर आसाम के जंगल में उल्काओं से लगने वाली आग को रोकने का प्रयास कर रहे हैं।
12. ड्रैकुला वैम्पायर बेबी, महागुरु प्रेतील और इरी बाबा के साथ गर्भग्रह में मौजूद इंसानो को वैम्पायर बनाने के लिए निकल चुका है।

13. बॉर्डेलो मुर्दो को जीवित कर के अपनी सेना में शामिल करने निकल चुका है।

14. सधम जब समुद्र मंथन के लिए निकला था तो उसने रस्ते में त्रिमुंड एक जगह छुपाया था जिसे अब अघोरी ने प्राप्त कर लिया है।

15. लोरी के अनुसार अधम सधम के पीछे गया है (हालाँकि उसे अभी तक दिखाया नहीं गया है)।

16. एंथनी, जैकब, लोरी और कपाल कुंडला निशाचर से युद्ध कर रहे थे। निशाचर के बेहोश होने पर किसी अदृश्य आत्मा ने उसके शरीर पर कब्ज़ा कर लिया है।

17. गुरु बृहस्पति यम के साथ हैं और नरकपुत्र रक्ष को नरकस्थल से आज़ाद करने का फैसला ले चुके हैं।

18. गुरु शुक्राचार्य और शम्भूक हरु प्रतिनिधियों से मुलाकात कर एकजुट हो कर देवताओं से मुकाबला करने का फैसला ले चुके हैं।

19. गुरु द्रोण के मानस रूप ने अश्वत्थामा को उसकी शक्तियाँ लौटा दी है - अश्वत्थामा भी अब इस लड़ाई में शामिल होगा ये बताया जाना बाकी है।

20. अश्वत्थामा से मिल कर गुरु द्रोण का मानस रूप जब पृथ्वी से वापस लौट रहा होता है तब रस्ते में त्रिशंकु उनकी कुछ ऊर्जा चुरा लेता है और वह पृथ्वी की ओर निकल जाता है।

21. एक गुफा में मसीहा की मुलाकात कुछ अजीब प्राणियों से होती है जो उसे अतिरिक्त शक्ति देते हैं जिससे उसका आकार बड़ा और रंग हरा हो जाता है।

22. वेदाचार्य और नास्त्रेदमस ने परलौकिक विज्ञान नायकगण (पवन) की स्थापना की थी जिसमें फेसलेस, वेणु और किशोर शामिल हैं। सर्वनायक विस्तार में दिखाया गया है की फेसलेस नागरानी वाले आयाम से नागीश की पहली केंचुली और रक्त ला कर वेदाचार्य को सौपता है।

23. गर्भग्रह के हालात पर WAR द्वारा सेक्टर AUS-001 से नज़र रखी जा रही है जहा काउंसलर, वॉर मेजर इतिहास और मैडम एक्स मौजूद हैं।

24. गर्भग्रह सेक्टर AUS-054 - WAR कमांडो (चंडिका, ब्लैक कैट, काली विधवा, लोमड़ी, शीना, सलमा और चीता) का सामना सुप्रीमा, मैडम फॉक्स, वैम्पायर डॉल और ऑक्टोपस गैंग से हो रहा है।

25. कमांडो फ़ोर्स भी WAR में शामिल हो चुकी है और गर्भ ग्रह में स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।   

26. वॉर मेजर राजन मेहरा सुप्रीम हेड से मुलाकात करता हैं जो किंग लूना को प्रस्तुत करता है जिसने नागराज, भेड़िया और शक्ति के खून का इस्तेमाल कर उनके मशीनी स्वरुप बनाये हैं।

27. पोल्का गर्भग्रह में एक बायोलॉजिकल हथियार का प्रयोग करने वाली थी लेकिन ब्लाइंड डेथ उसे रोकने की कोशिश करता है। किंग कोबरा भी पोल्का का साथ देने आ जाता है।

28. बाकी तिरस्कृत नायकों ने अभी गर्भग्रह में चल रहे युद्ध में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है।

29. डोगा के चारों चाचा और गमराज गर्भग्रह में बढ़ रहे सांप्रदायिक दंगो को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

30. धनंजय अपने विज्ञान का प्रयोग कर स्वर्णनगरी में प्रकृति की पुत्री की शक्ति बढ़ा रहा है।  

31. प्रलयंका प्रोबॉट से मिल कर उसे प्रकृति की पुत्री के बारे में बताती है तो वह प्रलयंका को प्रोफेसर को बुलाने का सुझाव देता है।

32. प्रलयंका और प्रोबॉट की बातें सुन कर वंडर वुमन किसी अनजान शख्स को इसकी जानकारी देती है।

33. कोटिन्हो और CNN चीफ भी प्रोबॉट और वंडर वुमन के साथ गर्भग्रह की स्थिति पर नज़र रख रहे हैं। 

34. बैडमैन अपने 6 साथियों के साथ WAR वेपनरी बचाने में नक्षत्र की मदद करता है। इसके बाद बैडमैन और उसके साथियों का क्या हुआ ये दिखाया नहीं गया है।
35. रतन डागा, प्रिंसिपल, मिस्टर रसायन, डर मास्टर, बूझ पहेली, प्रोफेसर एनवाईरो, हादसा खान, डॉक्टर वायरस, अलकेमिस्ट, फ्लैशबैक, भांजा, मगरा, आखरी हत्यारा, फ़्लैश गैंग, शतरंज गैंग, स्टीमर, विदूषक और उसकी वीभत्सरस सेना - सब नारका अंडरग्राउंड एसाइलम से भागने की कोशिश करते हैं और उनको रोकने की कोशिश करते हुए नक्षत्र घायल हो जाता है।

अज्ञात / भविष्य समयकाल से:

36. महागुरु भोकाल ने ब्रह्मा जी से उनके कमंडल की सृजन शक्ति माँगी थी। उन्हें वो शक्ति मिली या नहीं, और अगर मिली है तो उन्होंने उसका कैसे प्रयोग किया है ये अभी बताया नहीं गया है।

37. देवताओं और असुरों में स्वर्ग के लिए प्रतियोगिता चल रही है - पहली प्रतियोगिता है अग्नीभक्ष को हराना जो सूर्य को खाने की कोशिश कर रहा है। 

38. इतिहास को कलंका नगरी में दिखाया गया है

39. समय के शुरुवात में - ज्वालामुखी में मौजूद ब्रह्माण्ड पुंज को पाने के लिए हरुओं का महामानव और गलालालीचा से युद्ध चल रहा है।  

40. पुरातन नगरी अज्ञात समय - नागराज और ध्रुव का अपने सभी विलेन्स से युद्ध चल रहा है जो की नागपाशा की योजना का हिस्सा है। नतीजन त्रिफना मूर्ति दिखाई देने लगती है।

41. जब नासन चंडकाल को स्वर्णनगरी से आज़ाद कर भविष्य में ले जाने की कोशिश करता है तो उसी की तरह कॉस्टयूम और मास्क पहने दो लोग उसे रोकने की कोशिश करते हैं - इनके बारे में अभी बताया नहीं गया है।

42. स्टार सिटी सन 5099 - नासन और चंडकाल साथ मिल कर त्रिफना मूर्ति को खोजने का प्लान बनाते हैं।

43. स्टार सिटी सन 5099 - ध्रुविष्य अपनी बेटी उल्का के साथ चंडकाल से लड़ने के लिए मदद मांगने स्वर्णनगरी जाता है जहाँ देवंजय उनसे युद्ध करता है।

44. स्टार सिटी सन 5099 - हवा में उत्पन्न हुए एक द्वार से एक युवा निकलता है जो नागराज जैसा दिखता है। यह कौन है अभी तक बताया नहीं गया है।   

45. बांकेलाल नागसेना से बच कर भागने की कोशिश कर रहा है। वह एक गुफा के पास पहुँचता है और उसके पास त्रिफना मूर्ति दिखाई गयी है।

सर्वनायक विस्तार श्रृंखला से:

46. प्रोफेसर सूरी को काल पहेलिया से एक पांडुलिपि मिलती है जिसमें महारावण के बारे में बताया गया है। प्रोफेसर सूरी की असली पहचान अभी दिखाई नहीं गयी है।

47. जैसे ही डोगा स्पैनडॉक्स को हराता है, पिरामिडो की रानी काल पहेलिया और अपनी सेना के साथ वहाँ आ जाती है।

48. अश्वराज और गोजो त्रिनाग पठार के अंदर जाते हैं जहां कुदुंबछुम्बी, बिजलिका और एक अन्य स्त्री (इसके बारे में अभी बताया नहीं गया है) कैद मिलते हैं। इन्हे रोकने त्रिसर्प संधि आ जाते हैं।

49. करणवशी और थोडांगा को रोकने के चक्कर में नागराज के मित्र (सौडांगी, शीतनाग और नागु) अत्यधिक विष फुंकार का प्रयोग करते हैं जिस से नागनिरंजनी अनियंत्रित हो जाती है।

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